गम को झेल ना सका यह अफसर, बेड पर पड़ी पत्नी को देख खुद को मारी गोली
असम सरकार में बड़े ओहदे पर तैनात आईपीएस शैलादित्य चेतिया अपनी पत्नी के निधन को झेल नहीं सके और खुद को गोली मार ली. कुछ महीने पहले उनकी मा और सांस का भी निधन हो गया था.
Shailaditya Chetia News: कैंसर से उसकी पत्नी जंग हार चुकी थीं. अस्पताल के आईसीयू में वो शख्स अपनी पत्नी की बेजान शरीर को निहार रहा था. चेहरे पर उदासी का भाव और दिमाग में ना जाने कितनी उलझन. उसने अपने पिस्टल निकाली और खुद के सिर में गोली मार ली. वो शख्स कोई और नहीं बल्कि असम सरकार में होम- पोलिटिकल सेक्रेटरी शैलादित्य चेतिया थे. 44 साल के शैलादित्य प्रेसिडेंट गैलेंट्री मेडल से सम्मानित थे. चेतिया की पत्नी अगामोनी बोरबरुआ का निधन नेमकेयर अस्पताल में हुआ था. पत्नी के निधन के करीब 10 मिनट बाद शैलादित्य आईसीयू केबिन में दाखिल हुए. मेडिकल स्टॉफ से कुछ समय के लिए प्राइवेसी या अकेले रहने की गुजारिश की ताकि वो अपनी पत्नी के लिए प्रार्थना कर सकें.
कैंसर से पीड़ित थीं पत्नी
नेमकेयर स्टॉफ के आईसीयू से जैसे ही स्टॉफ बाहर निकला. केबिन से गोली की आवाज सुनाई दी.स्टॉफ का कहना है गोली की आवाज सुनते ही वो लोग केबिन में पहुंचे. खून से लथपथ चेतिया को बचाने की कोशिश हुई लेकिन उनका भी निधन हो चुका था.नेमकेयर अस्पताल के निदेशक हितेश बरुआ के मुताबिक करीब दो महीने से चेतिया की पत्नी का इलाज चल रहा था.तीन दिन पहले उनकी पत्नी की तबीयत तेजी से खराब होने लगी. उन्होंने चेतिया को जानकारी दी और वो समझ भी रहे थे. 12 मई 2013 को दोनों की शादी हुई थी और उन्हें कोई बच्चा नहीं था.
- चेतिया की पत्नी का कैंसर का इलाज चल रहा था.हाल ही में कुछ समय के लिए वो चेन्नई भी गए थे.
- चेतिया की मां और सास का भी कुछ समय पहले ही निधन हुआ था.
- 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी चेतिया को साहसिक काम के लिए जाना जाता रहा है.
- 2015 में प्रेसिडेंट पुलिस मेडल भी मिला था.
'मेरे लिए छोटे भाई की तरह थे'
असम पुलिस के पूर्व डीजीपी भास्करज्योति महंत ने कहा, जो अब राज्य के मुख्य सूचना आयुक्त हैं उन्होंने कहा कि असम के गृह एवं राजनीतिक सचिव शिलादित्य चेतिया, जिन्होंने अस्पताल में अपनी पत्नी के निधन के कुछ ही मिनटों बाद खुद को गोली मार ली, उन्होंने हाल ही में अपने जीवन में कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं का सामना किया है, जिसमें उनकी पत्नी की मृत्यु संभवतः सबसे निर्दयी आघात थी. वह मेरे लिए एक छोटे भाई की तरह थे. उनका जीवन समस्याओं से भरा था...उन्होंने कुछ समय पहले ही अपनी मां और सास को खो दिया था। वह अपनी पत्नी की देखभाल कर रहे थे और इलाज के लिए चेन्नई में थे. मैं उनके संपर्क में था और ऐसा कोई संकेत नहीं था कि वह यह कदम उठाएंगे. डीजीपी जी पी सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से चेतिया की मृत्यु की घोषणा की.