रेस्टोरेंट में भाई बहन से अभद्रता पर बिहार के बरसोई थानाध्यक्ष सस्पेंड
सीसीटीवी फुटेज में भाई-बहन से बदसलूकी के बाद कार्रवाई, जांच में SHO की अशोभनीय भाषा और लापरवाही की पुष्टि हुई। विभागीय जांच जारी।
Police Misbehave In Bihar : बिहार के कटिहार जिले में पुलिस की साख पर सवाल उठाने वाली घटना सामने आई है। बरसोई थाना प्रभारी (SHO) को एक स्थानीय रेस्टोरेंट में भाई-बहन से अभद्र व्यवहार करने के आरोप में सोमवार को निलंबित कर दिया गया।
यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब सोशल मीडिया पर एक CCTV फुटेज सामने आई, जिसमें SHO को रेस्टोरेंट में दो लोगों से बहस करते हुए देखा जा सकता है।
24 अक्टूबर की शाम की घटना
घटना 24 अक्टूबर की शाम BR-11 रेस्टोरेंट, बरसोई रास चौक की है। पुलिस के मुताबिक, SHO उस इलाके में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रूटीन चेकिंग पर निकले थे। इसी दौरान उन्होंने रेस्टोरेंट में बैठे एक युवक, उसकी बहन और एक अन्य व्यक्ति से पूछताछ शुरू की।
वीडियो में SHO एक युवक से पूछते हुए सुने जाते हैं कि ये तुम्हारे साथ कौन बैठी है? जब युवक जवाब देता है, मेरी बहन है, तो SHO की आवाज़ ऊँची हो जाती है और वह उसे उल्टा जवाब देने का आरोप लगाते हैं। इसके बाद दोनों पक्षों में तीखी बहस हो जाती है।
इस दौरान महिला अपने फोन से वीडियो रिकॉर्ड करने लगती है, जिस पर SHO उसे कहते हैं, वो कैमरा बंद करो, और युवक को चेतावनी देते हैं, अपनी ज़ुबान संभालो।
वीडियो वायरल, जांच शुरू
फुटेज सामने आने के बाद SHO के व्यवहार पर सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद कटिहार पुलिस मुख्यालय ने मामले की जांच के आदेश दिए।
जांच में आरोप सही पाए गए
कटिहार के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 24 अक्टूबर को BR-11 रेस्टोरेंट, बरसोई रास चौक में SHO को स्थानीय लोगों से बहस करते हुए देखा गया। DSP (मुख्यालय) ने जांच की, जिसमें पाया गया कि SHO ने अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया और मनमानी रवैया अपनाया। इससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।”
चुनाव ड्यूटी और गलतफहमी का तर्क
बरसोई के उपमंडलीय पुलिस पदाधिकारी (SDPO) ने बताया कि उस दिन होटल और रेस्टोरेंट की जांच चुनावी सतर्कता के तहत की जा रही थी।
कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें “संदिग्ध तत्वों की मौजूदगी” की सूचना मिली थी और पूछताछ के दौरान दोनों पक्षों में कठोर भाषा का प्रयोग हुआ, जिससे विवाद बढ़ गया।
विभागीय जांच जारी
निलंबन के बाद SHO के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पुलिस प्रशासन ने कहा है कि मामले में पारदर्शी जांच सुनिश्चित की जाएगी और किसी भी अधिकारी के दुराचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।