झारखण्ड पुलिस से चम्पई सोरेन की कराई जा रही है जासूसी : हिमंता बिस्वा सर्मा
असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि झारखण्ड सरकार अपने ही पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में मंत्री चम्पई सोरेन की जासूसी करा रही है. उन्होंने दावा किया कि झारखण्ड स्पेशल ब्रांच के दो एसआई को दिल्ली के ताज होटल से पकड़ कर दिल्ली पुलिस के हवाले किया गया था.
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-08-28 09:52 GMT
Champai Soren Snooping: बीजेपी में शामिल होने जा रहे झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन की जासूसी करायी जा रही है. ये आरोप असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सर्मा ने लगाया है. सर्मा ने दावा किया है कि झारखण्ड सरकार ऐसा काम करवा रही है और प्रदेश की पुलिस को ही इस काम में शामिल है. सर्मा ने ये भी दावा किया है कि चम्पई सोरेन जब जब दिल्ली आई तब तब उनके पीछे झारखण्ड पुलिस की स्पेशल ब्रांच के अधिकारी उनकी जासूसी करते हुए आये हैं. सर्मा ने ये भी शक जताया है कि चम्पई सोरेन की फोन टैपिंग भी करायी गयी हो सकती है.
क्या कहा असम के मुख्यमंत्री ने
हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया है दिल्ली के चाणक्यपुरी में फाइव स्टार होटल में 26 अगस्त को आये थे. इस दौरान उनके पीए भी उनके साथ ही रुके थे. उन्हें शक हुआ कि जैसे कोई उन पर निगरानी रख रहा है, वो भी बहुत नजदीक से. शक होने पर मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी, इसके बाद दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा.
सर्मा ने दावा किया कि ये दोनों लोग झारखण्ड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के एसआई हैं. यही वजह है कि मैं इसलिए उन दोनों की तस्वीर और नाम को सार्वजनिक करना उचित नहीं समझता हूँ. उन दोनों ने ये भी बताया है कि संवैधानिक पद पर बैठे एक शख्स से भी जासूसी करने का आदेश मिला था. सबसे खास बात ये है कि दोनों के साथ एक महिला भी थी. संभव है कि हनी ट्रैप की भी साजिश हो रही हो. ये सब जांच का विषय है. हिमंता बिस्वा सर्मा ने ये भी दावा किया कि 30 अगस्त को रांची में राज्यपाल से मिलकर इस पूरे मामले से अवगत कराया जाएगा.
कोलकाता से प्लेन में पीछा करते हुए आये दिल्ली
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि चम्पई सोरेन 26 अगस्त को कोलकाता होते हुए दिल्ली गये थे. वो ताज होटल में रूके थे. उनके साथ उनके पीए भी थे. तब उनका मूवमेंट ट्रैक किया जा रहा था. झारखण्ड सरकार ने नकारात्मक परमपरा का परिचय दिया है. स्पेशल ब्रांच के दोनों कर्मी फोटो खींच रहे थे. तभी चंपई सोरेन के लोगों ने मंगलवार को उन दोनों को पकड़ लिया. फिर दिल्ली पुलिस को हैंड ओवर किया. चम्पई सोरेन की तरफ से दोनों के खिलाफ शिकायत भी दी गयी है. पुलिस ने जांच में पाया है कि दोनों झारखंड पुलिस के स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर हैं. इससे पहले दोनों ने खुद को पत्रकार बताया था.
अपने ही कैबिनेट मंत्री की जासूसी करा रही है झारखण्ड सरकार
हिमंता बिस्वा सर्मा ने ये भी दावा किया कि दोनों एसआई ने बताया कि उन्हें चंपाई सोरेन को ट्रैक करने की जिम्मेदारी मिली थी. सर्मा ने कहा कि स्वाधीन भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ है. चंपाई सोरेन पूर्व सीएम रहे हैं. वर्तमान में कैबिनेट मंत्री हैं और झारखण्ड सरकार अपने ही मंत्री की जासूसी करा रही है. अगर मैं अपने मंत्री या मोदी जी अपने मंत्री के खिलाफ ऑफिसर्स लगा दें और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है तो ये निजता का बड़ा उल्लंघन है. हिमंता बिस्वा सर्मा ने ये भी दावा किया कि स्पेशल ब्रांच के दोनों एसआई ने आईजी प्रभात कुमार के नाम का खुलासा किया है.