ओडिशा में हैजा का कहर, 6 जिलों में फैली महामारी; अब तक 7 की मौत
जाजपुर जिला इस महामारी का केंद्र बन गया है, जहां अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, जिले में 260 से अधिक मरीजों का इलाज गंभीर डायरिया के लक्षणों के साथ चल रहा है।;
ओडिशा में हैजा (Cholera) का प्रकोप अब महामारी का रूप ले चुका है। राज्य के छह जिलों जाजपुर, कटक, भद्रक, ढेंकानाल, क्योंझर और केंद्रपाड़ा में डायरिया और हैजा के सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं. जाजपुर जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है और 260 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं. केंद्रीय जांच टीम ने जाजपुर में लिए गए नमूनों में हैजा फैलाने वाले 'विब्रियो कॉलरे' बैक्टीरिया की पुष्टि की है. हालात गंभीर होते देख प्रशासन ने होटल, मांस की दुकानें, पानी के प्लांट और सामूहिक आयोजनों पर रोक लगा दी है। जबकि राज्य सरकार ने तेजी से संक्रमण पर नियंत्रण के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
जाजपुर जिला इस महामारी का केंद्र बन गया है, जहां अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, जिले में 260 से अधिक मरीजों का इलाज गंभीर डायरिया के लक्षणों के साथ चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई केंद्रीय जांच टीम ने जाजपुर में लिए गए कई सैंपलों में Vibrio Cholerae नामक बैक्टीरिया की पुष्टि की है, जो हैजा का मुख्य कारण होता है।
जाजपुर जिले के बारी, धर्मशाला, व्यासनगर और बिंझारपुर इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने होटल, ढाबे, फास्ट-फूड स्टॉल, मांस की दुकानें और पानी पैकेजिंग यूनिट अस्थाई रूप से बंद कर दिए हैं। साथ ही शादी, जन्मदिन, धार्मिक आयोजनों और सामूहिक भोज जैसे कार्यक्रमों को भी स्थगित करने की अपील की गई है।
स्थिति गंभीर
प्रशासन का कहना है कि जाजपुर में स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है और हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। अगर संक्रमण के स्रोत की जल्द पहचान और नियंत्रण नहीं किया गया तो बीमारी पूरे राज्य में फैल सकती है। हालांकि, अब तक जाजपुर के बाहर किसी जिले में कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन बाकी जिलों में डायरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
अन्य प्रभावित जिले और इलाके
कटक जिले के टांगी और चौंदवार, ढेंकानाल के भुवन नगर परिषद क्षेत्र, केंद्रपाड़ा के औल ब्लॉक, भद्रक के भंडारिपोखरी और धामनगर क्षेत्र तथा क्योंझर जिले के आनंदपुर में डायरिया के कई मामले सामने आए हैं। सोमवार, 16 जून को कटक के सफा पंचायत के सुंदरई गांव में 15 लोगों को तेज डायरिया के लक्षण दिखे, जिनमें से कई को अस्पताल में भर्ती किया गया है। राज्य सरकार ने ढेंकानाल, केंद्रपाड़ा, क्योंझर और भद्रक के जिला प्रशासन को जल गुणवत्ता की निगरानी तेज करने, अस्पतालों में आपातकालीन वार्ड तैयार रखने और रेपिड रिस्पॉन्स टीमों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क किनारे खाना न खाएं, उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं और ढीला दस्त, उल्टी या बुखार जैसे लक्षण दिखते ही चिकित्सक से संपर्क करें। ओडिशा की स्वास्थ्य सचिव एस. अश्वती ने सोमवार को जाजपुर जिले का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित इलाकों के अस्पतालों का निरीक्षण किया और जिला अधिकारियों, निगरानी टीमों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ समीक्षा बैठक की।
कांग्रेस का सरकार पर हमला
इधर, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (OPCC) ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। OPCC अध्यक्ष भक्त चरण दास ने सोमवार को कहा कि राज्य में लोग मर रहे हैं, महामारी जैसी स्थिति है और सरकार उत्सव मना रही है! क्या ये समय है जश्न का? उन्होंने आठ दिन तक चल रहे सरकार के एक साल के कार्यकाल का उत्सव मनाने को “गैर-जिम्मेदाराना” करार दिया और सरकार से तुरंत स्वास्थ्य संकट पर फोकस करने की मांग की।