206 मीटर पार पहुँची यमुना, निचले इलाकों में पानी घुसा - पुराना लोहे का पुल बंद
हथिनी कुंड से लगातार छोड़ा जा रहा पानी, दिल्ली सरकार अलर्ट पर. सीएम रेखा गुप्ता ने गीता कॉलोनी और पुल का लिया जायजा, अधिकारियों को दिए निर्देश.;
Delhi On The Verge Of Flood : दिल्ली में यमुना का जल स्तर अब खतरे के निशान को पार कर चुका है. पानी तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते पुराना लोहे का बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. शाम 5 बजे पुल को बंद कर दिया जायेगा. ऐसे में दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. फिलहाल यमुना का जल स्तर 206.03 पहुँच चुका है, यानी दिल्ली में खतरे का घंटी बजनी शुरू हो गयी है, मतलब निचले इलाकों में तेजी से पानी भरना शुरू हो गया है और लोगों को अपने घरों को छोड़ कर राहत शिविर में रहने को आना होगा. मंगलवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गीता कॉलोनी और पुराना लोहे के पुल का जायजा लिया. वहीँ दिल्ली सरकार की तरफ से बड़ी अलग अलग इलाकों में राहत शिविर लगाए गए हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री ने की पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों से की बात
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज गीता कॉलोनी और पुराना लोहे के पुल का जायजा लिया. रेखा गुप्ता का कहना है कि हथिनी कुंड बराज से काफी पानी छोड़ा जा रहा है. यमुना का जल स्तर बढ़ता जा रहा है लेकिन फिलहाल चिंता की बात नहीं है. दिल्ली सरकार अलर्ट पर है. दिल्ली में भी जितने बराज हैं, उनके सारे गेट खोले हुए हैं. पानी तेजी से आगे निकल रहा है. पानी अभी यमुना के फ्लड प्लेन में पहुंचा है, जो उसका स्वाभाविक स्थान है. लेकिन जो लोग निचले इलाकों में रहते हैं, ख़ासतौर से फ्लड प्लेन के इलाके में, उन्हें बाहर निकाला जा रहा है. लोगों के लिए राहत शिविर लगाये गए हैं. मुझे कुछ खामियां नज़र आयीं हैं, जिसे लेकर अधिकारीयों को निर्देश दे दिए गए हैं. लोगों को बहुत ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
रेखा गुप्ता ने ये भी बताया कि उन्होंने सुबह के समय जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से भी बात की है. दिल्ली सरकार ने पानी की स्थिति पर नज़र बनायी हुई है.
खादर में रहने वाले लोग आये बाहर
यमुना खादर में रहने वाले लोग अब अपना घर (झुग्गी ) छोड़ कर राहत शिविर में पहुँच रहे हैं. हालाँकि शिविर में लगाए गए टेंट की संख्या लोगों की संख्या से कम है, जिसे लेकर दिल्ली सरकार टेंट की संख्या बढाने की बात कह रहे है. गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के निचे बनी झुग्गी बस्ती में रहने वाले जमशेद अहमद का कहना है कि सोमवार रात से पानी बढ़ना शुरू हुआ और सुबह तक पानी कमर की ऊंचाई तक पहुँच गया. यहाँ रहने वाले लोग अब ऊपर सड़क पर लगे शिविर कैंप में जाने को मजबूर हो गए हैं. टेंट भी कल रात से ही लगाये गए हैं. लेकिन अभी टेंट की संख्या पर्याप्त नहीं है. लगभग 40 टेंट लगे हैं जबकि 20 से 25 टेंट अभी और चाहिए.
इसी बस्ती में रहने वाली चिंता देवी का कहना है कि पानी सुबह 5 बजे से झुग्गियों में घुस गया, जिसके बाद वो परिवार के साथ पुल के निचे ही सीमेंट के पलटफॉर्म पर आकर रह रहे हैं. टेंट में जगह मिलेगी तो वहां चले जायेंगे.
वहीँ यमुना खादर के अंदरूनी हिस्से में रहने वाले कुछ लोग टेंटों में आ गए हैं और अपने साथ सामान के अलावा मवेशी भी ले आये हैं.
पानी का क्या है हाल
मंगलवार सुबह 6 बजे यमुना का जल स्तर 205.68 मीटर दर्ज किया गया था. जो शाम 4 बजे तक 206.03 मीटर तक पहुँच गया है. दिल्ली में यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है, जबकि चेतावनी का निशान 204.50 मीटर. यमुना में सर्वाधिक बाढ़ लेवल (13 जुलाई 2023) को 208.66 मीटर दर्ज किया गया था. वर्तमान हालातों की बात करें तो हथिनी कुंड से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. दिल्ली में यमुना का जल स्तर भी हर घंटे बढ़ रहा है. चिंता यही है कि 2023 जैसे हालात न बने, जिसके लिए दिल्ली सरकार पूरी तैयारी में जुटी हुई है. वहीँ दिल्ली के जिन इलाकों में फिलहाल पानी बढ़ता जा रहा है, वो हैं सोनिया विहार, पुराना उस्मानपुरगाँव, उस्मानपुर पुश्ता, गीता कॉलोनी पुश्ता, मयूर विहार यमुना खादर, यमुना बाजार, मजनू टीला, मोनेस्ट्री मार्किट आदि.