महायुति में शामिल होंगे शरद पवार? फडणवीस का खुलासा- 'राजनीति में कुछ भी मुमकिन'!
Sharad Pawar is Chanakya: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मानना है कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है.;
Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठंधन को भारी बहुमत मिला और बीजेपी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. लंबी चर्चा के बाद आखिर में मुख्यमंत्री पद पर देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) काबिज हुए. ऐसे में फडणवीस (Devendra Fadnavis) का मानना है कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. पिछले दिनों NCP-SP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) की जीत के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा की थी. उनके इस बयान पर अब देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का कहना है कि 'शरद पवार चाणक्य हैं. उन्होंने महसूस किया होगा कि लोकसभा चुनाव 2024 में महाविकास अघाड़ी (MVA) द्वारा प्रचारित किया गया फेक नैरेटिव, विधानसभा चुनाव में कैसे पंचर हो गया. शायद शरद पवार के ध्यान में आया होगा कि यह RSS नियमित राजनीति करनेवाली नही हैं, राष्ट्र निर्माण करने वाली शक्ति है. इसलिए उन्होंने आरएसएस की तारीफ की होगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि जब विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे थे, तब आरएसएस से प्रेरित विभिन्न क्षेत्रों के कई लोगों ने अपनी भूमिका निभाई और इस फर्जी कहानी का गुब्बारा फोड़ दिया. शरद पवार (Sharad Pawar) साहब बहुत बुद्धिमान हैं. उन्होंने निश्चित रूप से इस पहलू का अध्ययन किया होगा. उन्होंने महसूस किया कि यह (RSS) एक नियमित राजनीतिक शक्ति नहीं, बल्कि एक राष्ट्रवादी शक्ति है. किसी भी प्रतिस्पर्धा में, दूसरों की प्रशंसा करना अच्छा होता है. शायद इसीलिए पवार ने आरएसएस की प्रशंसा की होगी.
फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि जब जून 2022 में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब उन्होंने संगठनात्मक कार्य के लिए कहा था. लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें सरकार में शामिल होने के लिए कहा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे सरकार में एक संविधान-विहीन अधिकारी की तरह व्यवहार न करने के लिए कहा. यह पूछे जाने पर कि मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह में से कौन अधिक सख्त है, फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि मोदी बहुत अनुशासित राजनेता हैं. जबकि शाह को कभी-कभी सुविधा के लिए राजनीतिक निर्णय लेने के लिए राजी किया जा सकता है. हालांकि, मोदी जी सुविधा के लिए कुछ नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के आदेश पर उपमुख्यमंत्री बनने के फैसले से उन्हें कार्यकर्ताओं से काफी प्रशंसा मिली. 2024 के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन को मिले भारी जनादेश के बाद फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि अगर सीएम भाजपा (BJP) से नहीं होता तो लोग और पार्टी कार्यकर्ता खुश नहीं होते. उन्होंने कहा कि शिंदे खुद मिनटों में सहमत हो गए थे कि सीएम भाजपा (BJP) से होना चाहिए, जिसे 132 सीटें मिली हैं और 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के करीब है.
नागपुर में विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात पर फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि उन्होंने घोषणा की थी कि वह सीएम बनने के बाद बदले की राजनीति में शामिल नहीं होंगे और सभी नेताओं ने इसका सकारात्मक जवाब दिया. एनसीपी (SP) और एनसीपी के करीब आने या फिर से एक होने की संभावनाओं पर फडणवीस ने कहा कि अगर आप 2019 से 2024 तक हुए घटनाक्रमों को देखें तो मुझे एहसास हुआ कि कभी भी कुछ भी नहीं कहना चाहिए और कुछ भी हो सकता है. उद्धव ठाकरे किसी दूसरे गठबंधन में चले जाते हैं और अजित पवार हमारे पास आ जाते हैं. राजनीति में कुछ भी हो सकता है. हालांकि, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि ऐसा होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पहले उद्धव ठाकरे दोस्त थे और अब राज ठाकरे दोस्त हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) मुख्य दुश्मन हीं हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या वह सीएम या भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा कि वह पार्टी द्वारा दिए जाने वाले किसी भी काम को स्वीकार करेंगे. अगर मैं भाजपा (BJP) में नहीं होता तो कोई भी मुझे महत्व नहीं देता. मुझे पता है कि अगर मैंने अपनी पार्टी शुरू की तो मैं और मेरे साथ वाले लोग चुनाव में अपनी जमानत खो देंगे. मेरी पहचान भाजपा की वजह से है. अगर वह मुझे घर बैठने के लिए कहती है तो मैं बिना किसी सवाल के ऐसा करूंगा.