चक्रवात 'मोंथा' आंध्र तट के पास पहुंचा, प्रशासन हाई अलर्ट पर

चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु के चार जिलों में भारी बारिश हुई.

Update: 2025-10-27 17:35 GMT

Montha Cyclone : बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात ‘मोंथा’ अब और अधिक शक्तिशाली होकर गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। सोमवार देर रात से इसका लैंडफॉल (तट से टकराने की प्रक्रिया) शुरू हो गया है। आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (APSDMA) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने बताया कि

“चक्रवात का लैंडफॉल शुरू हो चुका है। तटीय जिलों में बारिश और तेज़ हवाओं का दौर जारी है। आने वाले घंटों में इसकी तीव्रता और बढ़ेगी।”

इस तूफान के असर से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी वर्षा और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है।


तमिलनाडु में तेज़ बारिश, चेन्नई समेत चार जिलों पर असर

तमिलनाडु के उत्तरी ज़िलों, जिनमें चेन्नई भी शामिल है, में सोमवार को भारी बारिश दर्ज की गई। राज्य के उपमुख्यमंत्री उधयनिधि स्टालिन ने कहा कि सरकार पूरी तरह से तैयार है। कल तक ये तूफ़ान गुज़र जायेगा। इसके अलावा मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 10 दिनों तक बहुत भारी वर्षा की संभावना नहीं है। फिर भी, अगर तेज़ बारिश होती है, तो हमारी सरकार उसके लिए पूरी तरह तैयार है।

आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट, कई जिलों में निकासी शुरू

एनटीआर ज़िले के कलेक्टर जी. लक्ष्मीशा ने बताया कि सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। हमने 180 पुनर्वास केंद्र तैयार किए हैं और मौसम की लगातार निगरानी के लिए 24 ड्रोन लगाए हैं।

विजयवाड़ा पुलिस आयुक्त एस. वी. राजशेखर बाबू के अनुसार हर वार्ड सचिवालय स्तर पर पुलिस तैनात की गई है। नियंत्रण कक्ष स्थिति की निगरानी कर रहा है और 42 ड्रोन वास्तविक समय की जानकारी जुटा रहे हैं। एहतियात के तौर पर 360 घरों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

नगरी और काकीनाडा जिलों में सड़कें बंद, लोग निकाले गए

चित्तूर ज़िले के नगरी विधानसभा क्षेत्र में लगातार चार दिनों से मध्यम से भारी वर्षा हो रही है। कुषस्थली नदी में आई बाढ़ से नगरी और तिरुत्तनी-पल्लिपट्टू मार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से मोड़ा है। काकीनाडा जिले में समुद्र की लहरें खतरनाक रूप से तट के अंदर तक पहुंच रही हैं। उप्पाडा, सुब्बमपेट, मायापटनम और सूरादापेट जैसे गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुँचाया गया है। पुलिस ने नदी किनारों पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।

तिरुपति में भारी वर्षा की चेतावनी

तिरुपति जिले के कलेक्टर एस. वेंकटेश्वर ने बताया कि जिले की 75 किलोमीटर लंबी तटीय पट्टी पर पांच मंडलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है। कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और लोगों को केवल अत्यावश्यक स्थिति में ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। तीर्थयात्रियों से अपील की गई है कि वे तिरुमला यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दें।

मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, जैसे-जैसे ‘मोंथा’ आंध्र प्रदेश तट के करीब आएगा, बारिश और हवाओं की तीव्रता और बढ़ेगी। तूफान के काकीनाडा तट के पास पूरी तरह से लैंडफॉल करने की संभावना है। 


क्या है चक्रवात ‘मोंथा’ का असर?

आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में भारी वर्षा और तेज़ हवाएँ तटीय इलाकों में समुद्र ऊफान और तट कटाव की संभावना।

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत।

प्रशासन की ओर से राहत शिविर, कंट्रोल रूम और ड्रोन निगरानी व्यवस्था सक्रिय।

सावधानी ही सुरक्षा

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, नदी और समुद्र किनारे जाने से बचें, और किसी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन की हेल्पलाइन से संपर्क करें। “प्रकृति से मुकाबला नहीं, तैयारी ही बचाव है।”


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