'मुझे हल्के में न लें', महायुति में दरार की अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे ने दी चेतावनी

Eknath Shinde: महायुति में दरार की अफवाहों के बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चेतावनी देते हुए कहा कि "मुझे हल्के में न लें".;

Update: 2025-02-21 15:54 GMT

Mahayuti rift rumours: महाराष्ट्र की महायुति सरकार में लगता है कि सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. क्योंकि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हालिया बयानों से इस तरह के संकेत मिलने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मानें तो शिंदे और मुख्यमंत्री फडणवीस के बीच कोल्ड वॉर की स्थिति है. ऐसे में महायुति में दरार की अफवाहों के बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने आलोचकों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे "मुझे हल्के में न लें". शिवसेना में उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपने विद्रोह का जिक्र करते हुए शिंदे ने कहा कि साल 2022 में जब उन्हें "हल्के में लिया गया" तो उन्होंने राज्य की सरकार गिरा दी थी.

शिंदे ने कहा कि मुझे हल्के में न लें, जिन्होंने मुझे हल्के में लिया, उनसे मैं पहले ही कह चुका हूं. मैं एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता हूं. लेकिन मैं बाला साहेब का कार्यकर्ता हूं और सभी को मुझे इसी समझ के साथ लेना चाहिए. जब ​मुझे साल 2022 में हल्के में लिया गया तो मैंने सरकार बदल दी और हम लोगों की इच्छा की सरकार लेकर आए.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं. जिससे गठबंधन में दरार की अटकलों को बल मिला. बता दें कि शिंदे की बगावत के कारण उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई और 2022 में शिवसेना में विभाजन हो गया. बाद में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए. हालांकि, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें सीएम पद छोड़ना पड़ा. फिलहाल महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास विधानसभा में 57 विधायक हैं. वहीं, 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 132 सीटें हैं.

एकनाथ शिंदे ने कहा कि विधानसभा में अपने पहले भाषण में, मैंने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस जी को 200 से अधिक सीटें मिलेंगी और हमें 232 सीटें मिलीं. इसलिए मुझे हल्के में न लें; जो लोग इस संकेत को समझना चाहते हैं, उन्हें इसे समझना चाहिए और मैं अपना काम जारी रखूंगा.

एकनाथ शिंदे ने जान से मारने की धमकी पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले भी धमकियां मिली हैं. डांस बार बंद होने पर भी कई धमकियां मिली थीं. मुझे जान से मारने की धमकियां दी गईं, कोशिशें भी की गईं. लेकिन मैं डरा नहीं. नक्सलियों ने मुझे धमकाया था. लेकिन मैं उनकी धमकियों के आगे नहीं झुका. मैंने गढ़चिरौली में पहला औद्योगिक प्रोजेक्ट शुरू करने का काम किया. 

Tags:    

Similar News