तमिलनाडु: डिंडीगुल के निजी अस्पताल में आग, बच्चे समेत छह की मौत

ये हादसा डिंडीगुल में त्रिची रोड पर स्थित एक नामी ओर्थपेडीक अस्पताल में हुआ है. बड़ी संख्या में लोग एकत्र हैं. बचाव कार्य जारी है.;

Update: 2024-12-12 18:32 GMT

Fire In Hospital : तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में गुरुवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब त्रिची रोड स्थित एक नामी अस्पताल में भीषण आग लग गई। इस हादसे में एक बच्चे सहित कम से कम छह लोगों के मारे जाने की बात सामने आ रही है, मौत का आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है। घटना के वक्त अस्पताल में कई मरीज भर्ती थे। हालांकि, दमकल कर्मियों की त्वरित कार्रवाई से अधिकांश मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।


कैसे हुई घटना?
गुरुवार रात करीब 9 बजे अस्पताल में आग लगने की सूचना मिली। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में अस्पताल की इमारत से आग की भयंकर लपटें और काला धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। मरीजों और कर्मचारियों में अफरातफरी का माहौल बन गया। मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
अस्पताल में मौजूद एक कर्मचारी ने बताया, "आग इतनी तेजी से फैली कि कई मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने में मुश्किलें आईं।"

छह लोगों की मौत, कई सुरक्षित
सूत्रों के मुताबिक, मरने वालों में एक बच्चा और पांच अन्य वयस्क शामिल हैं। प्रशासन ने पुष्टि की है कि इन छह लोगों के अलावा अस्पताल में मौजूद सभी मरीजों और कर्मचारियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

आग लगने के कारणों की जांच जारी
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी इस पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। फॉरेंसिक टीम और स्थानीय प्रशासन मामले की गहन जांच कर रहे हैं।

हादसे की जांच के आदेश
डिंडीगुल के जिला अधिकारी इस घटना की सुचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे और इस हादसे को लेकर अत्यंत दुख जताया। प्रशासन की तरफ से मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही गयी है। साथ ही अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा और जांच के आदेश दिए गए हैं।"

दमकल विभाग की ओर से कहा गया है कि "हमने स्थिति पर तुरंत काबू पाने की कोशिश की। अधिकांश मरीजों को बचा लिया गया, लेकिन आग की तीव्रता के कारण छह लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी।"

सुरक्षा मानकों पर सवाल
ये हादसा अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा मानकों की भारी कमी को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के हादसे अक्सर सुरक्षा उपायों की अनदेखी और उपकरणों के रखरखाव में लापरवाही के कारण होते हैं।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद अस्पताल के बाहर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। परिजन अपने प्रियजनों की सलामती की जानकारी लेने के लिए परेशान नजर आए। स्थानीय निवासी रामनाथन ने कहा, "यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अस्पताल जैसी जगहों पर इस तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।"
इस दर्दनाक हादसे ने तमिलनाडु के अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। ज्ञात रहे कि कुछ माह पूर्व दिल्ली के विवेक विहार में नवजात बच्चों के अस्पताल में आग लगने से नवजात बच्चों की मौत हुई थी। उस मामले में भी अस्पताल की लापरवाही सामने आई थी।


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