पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने ट्रेन से उतारा, देवरिया में ज़मीन ख़रीद के घोखाघड़ी मामले में हुए गिरफ़्तार
पूर्व आईपीएस और आज़ाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने शाहजहांपुर स्टेशन से गिरफ़्तार कर लिया। नाटकीय अंदाज़ में पुलिस ने देर रात उनको ट्रेन से उतार दिया।उसके बाद उनकी पत्नी को सूचना दी।
Amitabh Thakur arrested by Lucknow Police: पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने एक नाटकीय घटनाक्रम में ट्रेन में यात्रा के दौरान गिरफ्तार कर लिया है।अमिताभ ठाकुर को एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है जबकि इसी मामले में उनकी पत्नी नूतन ठाकुर भी आरोपी हैं। घटना शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हुई जब वह लखनऊ से दिल्ली जा रहे थे।पुलिस की एक टीम पहले से ही स्टेशन पर मौजूद थी।जैसे ही रात 2 बजे शाहजहांपुर में स्टेशन पर रुकी, पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को एसी कोच से बाहर निकाला और गिरफ्त में ले लिया।उनको जाँच में सहयोग न करने की वजह से गिरफ़्तार किया गया।
पद का दुरुपयोग कर धोखे से इंडस्ट्रियल प्लॉट ख़रीदने का आरोप-
अमिताभ ठाकुर की पत्नी एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने बताया कि अमिताभ ठाकुर सुपरफ़ास्ट एक्सप्रेस से ज़रूरी काम से दिल्ली जा रहे थे।शाहजहांपुर स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही पहले से सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनको एसी कोच से नीचे उतार लिया और देवरिया ले गई।पुलिस ने नूतन ठाकुर को फ़ोन कर गिरफ्तारी की सूचना दी।आरोप है कि 1999 में देवरिया के एसपी रहते हुए कथित रूप से अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपनी पत्नी के नाम इंडस्ट्रियल प्लॉट खरीदा था।इस मामले में संजय शर्मा ने लखनऊ के तालकटोरा थाने में केस दर्ज़ कराया।अपनी शिकायत में शिकायतकर्ता में कहा है कि नूतन ठाकुर ने नूतन देवी और अपने पति का नाम अभिताप ठाकुर लिखाया था।शिकायत में यह भी कहा गया है कि उन्होंने इसके लिए बिहार के सीतामढ़ी का फ़र्ज़ी पता भी लिखाया था।पुलिस का कहना है कि दोनों ने बाद में इसी इंडस्ट्रियल प्लॉट को अपनी असली पहचान और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बेच दिया । धोखाघड़ी मामले का यह केस 12 सितंबर 2025 को लखनऊ में दर्ज़ हुआ।
नूतन ठाकुर ने यह भी जानकारी दी कि तीन महीने पहले लखनऊ पुलिस ने उनके और अमिताभ ठाकुर के ख़िलाफ़ देवरिया में जिस भूमि आवंटन मामले में केस दर्ज किया था जबकि इसका क़ब्ज़ा वो 25 साल पहले ही छोड़ चुकी हैं।अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।1921 में गृह विभाग की स्क्रीनिंग के बाद अमिताभ ठाकुर को रिटायरमेंट दे दिया गया था। अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर यूपी में भ्रष्टाचार के मामले पर सवाल उठाते रहे हैं।यह पहली बार नहीं है जब अमिताभ ठाकुर कानूनी विवादों में फंसे हैं।इससे पहले 2021 में उनकी एक विवाद में गिरफ्तारी भी हुई थी। बाद में कोर्ट से जमानत मिली थी।