Hathras Stampede: कौन है सौरभ कुमार? जो पुलिस की नौकरी छोड़ बन गया 'भोले बाबा'

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक 'सत्संग' के दौरान भगदड़ मचने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि सत्संग साकार विश्व हरि भोले बाबा कर रहे थे.

Update: 2024-07-02 16:02 GMT

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक 'सत्संग' के दौरान भगदड़ मचने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और जांच के लिए एक समिति गठित की है. बताया जा रहा है कि सत्संग साकार विश्व हरि भोले बाबा कर रहे थे, जिन्हें पहले सौरभ कुमार के नाम से जाना जाता था.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाबा पहले उत्तर प्रदेश पुलिस के खुफिया विभाग में काम कर चुके हैं. 17 साल की सेवा के बाद उन्होंने एक उपदेशक के रूप में आध्यात्मिक यात्रा शुरू करने के लिए नौकरी छोड़ दी. उन्हें अक्सर सफेद सूट और टाई में शिक्षा देते देखा जाता है. वह अपनी पत्नी के साथ सत्संग कार्यक्रम आयोजित करते हैं और उन्हें 'पटियाली के साकार विश्व हरि बाबा' के नाम से भी जाना जाता है.

उनके कार्यक्रमों में आमतौर पर सैकड़ों लोग शामिल होते हैं. इनमें महिलाओं की संख्या अधिक होती है. अधिकतर मध्यम वर्गीय, गरीब और वंचित लोग ही सत्संग में पहुंचते हैं. बाबा सत्संग में सिंहासन पर बैठता है. उन्होंने कई आश्रम भी बना रखे हैं. एक आश्रम उनके पैतृक गांव कासगंज के पटियाली में है. वहीं, दूसरा आश्रम बहादुर नगर में हैं. यहां हर मंगलवार को सत्संग होता है. वहीं, हादसे के बाद पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और भोले बाबा फरार है और उनका फोन भी बंद आ रहा है.

फिलहाल पुलिस बाबा की तलाश कर रही है. माना जा रहा है कि बाबा हाथरस सीमा से बाहर है. वहीं, सीएम योगी ने 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

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