बारिश बनी दोधारी तलवार, गर्मी-उमस से राहत पर जलभराव की आफत
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार रात से हो रही भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। तापमान में गिरावट आई है, लेकिन जलभराव से लोगों को दिक्कत हो रही है।;
राजधानी दिल्ली और आसपास के एनसीआर क्षेत्र में बुधवार रात से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है, जो गुरुवार सुबह तक थमा नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, बारिश की शुरुआत बुधवार रात लगभग 10 बजे हुई थी। कई घंटे तक लगातार होती रही इस बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इन इलाकों में हालात ज्यादा खराब
बारिश का सबसे अधिक असर दिल्ली के बदरपुर, लक्ष्मी नगर और मयूर विहार के निचले हिस्सों में देखने को मिला, जहां जलभराव के कारण ट्रैफिक जाम और दैनिक जीवन प्रभावित हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, नालों की सफाई न होने और ड्रेनेज व्यवस्था कमजोर होने के चलते हालात और खराब हो गए।
अभी और बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज भी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग का अनुमान है कि गुरुवार को हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। इसके अलावा 1 अगस्त से 5 अगस्त तक क्षेत्र में झमाझम बारिश के आसार हैं।
तापमान में गिरावट से राहत, लेकिन जलभराव बना चिंता का कारण
बीते कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर के लोग उमस और गर्मी से परेशान थे। अब बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है, जिससे कुछ राहत मिली है। अनुमान है कि गुरुवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। हालांकि राहत के साथ-साथ जलभराव की समस्या ने एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है।
जुलाई में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में दिल्ली में सामान्य से 9% अधिक बारिश दर्ज की गई है। प्रमुख क्षेत्रों में बारिश का विवरण इस प्रकार है:
सफदरजंग: सामान्य 201.9 मिमी के मुकाबले 220.1 मिमी बारिश (9% अधिक)
पालम: सामान्य 198.2 मिमी के मुकाबले 253.3 मिमी बारिश (28% अधिक)
लोदी रोड: सामान्य 201.9 मिमी के मुकाबले 228.2 मिमी बारिश (13% अधिक)
रिज: सामान्य 188.5 मिमी के मुकाबले 340.4 मिमी बारिश (81% अधिक)
आया नगर: सामान्य 178.5 मिमी के मुकाबले 247.4 मिमी बारिश (39% अधिक)
बारिश ने दिल्ली-एनसीआर को गर्मी और उमस से राहत दी है, लेकिन जलभराव और अव्यवस्थित ड्रेनेज व्यवस्था के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आने वाले दिनों में और बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर प्रशासन को सतर्क रहना होगा ताकि हालात और न बिगड़ें।