हिजाब बैन के बाद इस कॉलेज का नया फरमान- कैंपस में न पहनें टी-शर्ट और रिप्ड जींस

मुंबई के एक कॉलेज ने कैंपस में हिजाब, बुर्का, फटी जींस, टी-शर्ट, खुले कपड़े और जर्सी पर प्रतिबंध लगाते हुए ड्रेस कोड लागू किया है.

Update: 2024-07-02 10:44 GMT

Mumbai College Ban T-shirts and Ripped Jeans: मुंबई के एक कॉलेज ने कैंपस में अनुशासन बनाए रखने के उद्देश्य से हिजाब, बुर्का, फटी जींस, टी-शर्ट, खुले कपड़े और जर्सी पर प्रतिबंध लगाते हुए ड्रेस कोड लागू किया है. चेंबूर ट्रॉम्बे एजुकेशन सोसायटी के एनजी आचार्य और डीके मराठे कॉलेज द्वारा लिया गया यह निर्णय बॉम्बे हाई कोर्ट के उस फैसले के बाद आया है, जिसमें संस्थान के ऐसे नियमों को लागू करने के अधिकार को बरकरार रखा गया था, जिसमें कहा गया था कि ये नियम छात्रों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन नहीं करते हैं.

इस निर्णय को लेकर कॉलेज ने कहा है कि लड़क हाफ या फुल शर्ट और ट्राउजर पहन सकते हैं. वहीं, लड़कियां कोई भी इंडियन और वेस्टर्न ड्रेसेज पहन सकती हैं. नोटिस में कहा गया है कि छात्रों को ऐसा कोई परिधान नहीं पहनना चाहिए, जो धर्म या सांस्कृतिक असमानता को दर्शाता हो. नकाब, हिजाब, बुर्का, स्टोल, टोपी आदि को ग्राउंड फ्लोर स्थित कॉमन रूम में जाकर उतारना होगा. इसके बाद ही छात्र कॉलेज कैंपस में घूम सकेंगे.

वहीं, नोटिस में कहा गया है कि फटी जींस, टी-शर्ट, खुले कपड़े और जर्सी की अनुमति नहीं है. बता दें कि चेंबूर स्थित इस कॉलेज में शिवाजी नगर, गोवंडी और मानखुर्द क्षेत्रों के मुस्लिम समुदाय के छात्र भी पढ़ाई करते हैं. नोटिस में यह भी कहा गया है कि 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य होगी.

कॉलेज गवर्निंग काउंसिल के महासचिव सुबोध आचार्य ने कहा कि कॉलेज द्वारा नए निर्देशों के साथ कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है. यह नोटिस नया नहीं है. हम केवल छात्रों से ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कह रहे हैं, जिसमें कहा गया है कि वे खुले कपड़े न पहनें. हम छात्रों से साड़ी या किसी विशेष रंग की पोशाक पहनने के लिए भी नहीं कह रहे हैं.

वहीं, कॉलेज की प्रिंसिपल विद्यागौरी लेले ने कहा कि छात्र हिजाब या बुर्का पहनकर कॉलेज आ सकते हैं और इसे कॉलेज के कॉमन रूम में बदल सकते हैं और फिर अपना काम कर सकते हैं.

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