दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ा, पुराना लोहे का पुल बंद करने के आदेश जारी
हरियाणा के हथिनीकुंड बराज से 1 सितम्बर की सुबह बजे 3.29 लाख क्यूसेक पानी को छोड़ा गया है। सोमवार रात से यमुना में पानी बढ़ना शुरू होगा और 2 की शाम 5 बजे तक जलस्तर 206 के ऊपर पहुँच सकता है।;
Flood Like Situation In Yamuna : दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर के करीब पहुँचने लगा है। हालात बाढ़ जैसे बन रहे हैं। दरअसल, 1 सितंबर 2025 को सुबह 9 बजे हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह मात्रा 3 लाख क्यूसेक की सीमा से अधिक है, जिस कारण दिल्ली सरकार ने दूसरी बाढ़ चेतावनी जारी की है। हालाँकि दिल्ली सरकार के पीडब्लूडी मंत्री परवेश वर्मा ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि हथिनी कुंड बराज से 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। यमुना का जल स्तर बढ़ेगा लेकिन घबराए नहीं, दिल्ली सरकार अलर्ट मोड पर है। काम जारी है। आशंका जताई जा रही है कि 2 सितम्बर की शाम लगभग 5 बजे तक यमुना का जल स्तर 206 पहुँच जायेगा, यही वजह है कि पुराना लोहे के पुल को 2 सितम्बर की शाम 5 बजे से बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
दिल्ली सरकार ने क्या दी जानकारी
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल (ORB) पर जलस्तर की स्थिति इस प्रकार है:
चेतावनी स्तर: 204.50 मीटर
खतरे का स्तर: 205.33 मीटर
अब तक का सबसे ऊँचा जलस्तर: 208.66 मीटर (13 जुलाई 2023 को दर्ज)
विशेषज्ञों का अनुमान है कि यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है और 206.50 मीटर तक पहुँचने की संभावना है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ओर से भी जल्द परामर्श जारी किया जा सकता है। इस स्थिति को देखते हुए सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने इलाकों में कड़ी निगरानी रखें। नदी के किनारों पर रहने वाले लोगों को पहले से सतर्क किया जाए और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए। इसके अलावा, पुलिस और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग (I&FC) के कर्मचारी दाएँ और बाएँ तटबंधों पर लगातार गश्त करेंगे और कमजोर स्थानों, पंपों व नियामकों पर चौबीसों घंटे नज़र रखेंगे, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
लोहे के पुल को बंद करने के आदेश
जल संसाधन विभाग के अनुसार, अनुमान है कि 2 सितम्बर 2025 को शाम 5 बजे से रात 8 बजे के बीच दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 206.00 मीटर को पार कर सकता है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यह पूर्वानुमान वजीराबाद और ओखला बैराज से छोड़े जाने वाले पानी से और भी ज्यादा प्रभावित हो सकता है। प्रशासन ने स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही ये भी आदेश दिया है कि 2 सितम्बर की शाम 5 बजे से पुराना लोहे का पुल बंद कर दिया जाएगा, न कोई यातायात न कोई ट्रेन और लोगों की आवाजाही पर भी पाबन्दी रहेगी।
खादर के इलाके में रहने वाले लोगों के लिए लगाये गए हैं शिविर
दिल्ली सरकार ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए यमुना खादर में रहने वाले लोगों को सतर्क करते हुए उन्हें निचले इलाके से बाहर निकल ऊपर की ओर आने के लिए कहा है। इसके लिए अनाउंसमेंट कराई जा रही है। जगह जगह राहत शिविर लगाए गए हैं। द फ़ेडरल देश की टीम ने मयूर विहार फेज 1 ने जाकर स्थिति का जायजा लिया और वहां लोगों से बात की। लोगों का कहना है कि सरकार की तरफ से बताया गया है कि हरियाणा से पानी छोड़ा गया है और रात से यमुना में पानी बढ़ना शुरू हो जायेगा। सभी लोगों को सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा गया है। मयूर विहार फेज वन मेट्रो स्टेशन के बाहर नॉएडा लिंक रोड पर शिविर कैंप लगाया गया है। कुछ लोग वहां रहने भी पहुँच गए हैं। उनका कहना है कि यहाँ सब्जियों की फसल जैसे भिंडी आदि उगाई हुई है। पानी के आने पर नुक्सान होगा। हमसे सरकार की तरफ से पशुओं को भी बाहर लाने के लिए कहा गया है। सरकार की तरफ से खाने की व्यवस्था भी की गयी है।
दो डॉक्टर भी सुबह 9 बजे आते हैं, जो दोपहर 3 बजे तक रहते हैं। इसके अलावा सिविल डिफेन्स का कार्यकर्त्ता भी वहां तैनात किये गए हैं, जो लोगों को शिविर में ठहराने में और उन्हें खाना आदि बान्द्टने में मदद कर रहे हैं।