नाराज भुजबल NCP का दामन छोड़ BJP में होंगे शामिल? सीएम फडणवीस से की मुलाकात

Chhagan Bhujbal: यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे हैं, भुजबल ने विस्तार से बताने से इनकार कर दिया.;

Update: 2024-12-23 15:15 GMT

Chhagan Bhujbal met Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में मंत्रालयों के बंटवारे के बाद भी राजनीतिक घमासान चरम पर है. महाराष्ट्र में बीजेपी नीत महायुति सरकार में एनसीपी (Ajit Pawar) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) को शामिल नहीं किया गया है. इस वजह से भुजबल (Chhagan Bhujbal) अजीत पवार (Ajit Pawar) से नाराज चल रहे हैं. इसी बीच सोमवार को उन्होंने सागर बंगले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच 40 मिनट तक चर्चा हुई. ऐसे में इस मुलाकात के बाद अटकलों दौर शुरू हो गया है कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के चलते छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं?

महाराष्ट्र में नई महायुति सरकार में शामिल नहीं किए जाने से नाराज चल रहे वरिष्ठ एनसीपी नेता (NCP) छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने सोमवार को मुंबई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भुजबल ने कहा कि उन्होंने राज्य के मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक माहौल पर मुख्यमंत्री के साथ विस्तार से चर्चा की. इस दौरान उनके भतीजे समीर भुजबल भी साथ रहे.

फडणवीस ने मांगा समय

भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने कहा कि फडणवीस ने मुझसे कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग ने विधानसभा चुनाव में महायुति की भारी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वह इस बात का ध्यान रखेंगे कि ओबीसी समुदाय के हितों को नुकसान न पहुंचे. उन्होंने यह भी कहा कि फडणवीस ने ओबीसी से जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है. एनसीपी नेता ने कहा कि उन्होंने (फडणवीस ने) कहा कि वह 10 से 12 दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचेंगे. बता दें कि ओबीसी नेता मनोज जरांगे की मराठा समुदाय के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (कुनबी) श्रेणी में आरक्षण की मांग का विरोध कर रहे हैं. भुजबल (Chhagan Bhujbal) भी इस मांग के विरोध में मुखर रहे हैं.

भाजपा में शामिल होने पर चुप्पी

यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल होने की योजना बना रहे हैं, छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने विस्तार से बताने से इनकार कर दिया और कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी किए जाने के मुद्दे पर वह पहले ही अपनी बात कह चुके हैं. महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों से ओबीसी संगठनों के प्रतिनिधियों ने रविवार को मुंबई में उनसे मुलाकात की. नासिक जिले के येवला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले एनसीपी नेता (NCP) शनिवार को नागपुर में संपन्न हुए राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में शामिल नहीं हुए. महायुति के 39 विधायकों द्वारा मंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद वे सत्र के पहले दिन नासिक के लिए रवाना हुए.

अजित पवार ने की वकालत

इस बीच, इस मुद्दे पर अपनी पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया में पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि कभी-कभी नए लोगों को मौका दिया जाना चाहिए और (भुजबल का नाम लिए बिना) कहा कि गलतफहमी पैदा करना सही नहीं है. उन्होंने संभावित समाधान का भी संकेत दिया, जो भुजबल को संतुष्ट कर सकता है. अजित पवार ने कहा कि हमने केंद्र में बुजुर्ग लोगों को मौका देने के बारे में भी सोचा है. उन्होंने संकेत दिया कि 77 वर्षीय ओबीसी नेता को केंद्रीय मंत्रिमंडल में पद दिया जा सकता है. उन्होंने सोमवार को कहा कि कुछ लोग इसलिए नाराज हैं. क्योंकि उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया. लेकिन कभी-कभी नए लोगों को मौक़ा देना पड़ता है. बेवजह ग़लतफ़हमी पैदा करना ठीक नहीं है.

Tags:    

Similar News