भीड़ का आलम ऐसा कि बेंगलुरु मेट्रो ने तोड़े रिकॉर्ड, 9 लाख से ज़्यादा लोग पहुंचे स्टेशन
Bengaluru accident: बेंगलुरु की यह घटना आयोजनों में लापरवाही और भीड़ प्रबंधन की चूक का गंभीर उदाहरण बन गई है. सरकार अब इस तरह की त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है.;
Bengaluru stampede: आरसीबी की पहली IPL जीत के जश्न में बेंगलुरु में हुए विक्ट्री परेड के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई. इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि, 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घटना के बाद राज्य सरकार और प्रशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं. इसके जवाब में कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने राज्य में सभी बड़े सार्वजनिक आयोजनों के लिए एक नया मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार करने की घोषणा की है.
बता दें कि 4 जून को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए। गृह मंत्री ने जानकारी दी कि बेंगलुरु मेट्रो में उस दिन रात 11 बजे तक 9.66 लाख यात्रियों ने सफर किया, जो सामान्य दिनों के मुकाबले तीन गुना ज्यादा था। सिर्फ स्टेडियम की क्षमता 30,000 थी. लेकिन अनुमान के मुताबिक, 3 लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए थे. भीड़ के दबाव में मेट्रो स्टेशनों जैसे कि क्यूबन पार्क, विधान सौधा और एमजी रोड को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा.
भारी चूक
गृह मंत्री ने इसे राज्य के क्रिकेट इतिहास की "सबसे दुखद घटना" बताया. उन्होंने कहा कि ऐसी मौतें नहीं होनी चाहिए थीं. ये सभी युवा थे, 20-25 वर्ष के, जो जीत का जश्न मनाने आए थे. किसी को अंदाजा नहीं था कि वो अपनी जान गंवा बैठेंगे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. जांच बेंगलुरु अर्बन के डिप्टी कमिश्नर की अगुवाई में होगी.
इलाज और मुआवजा
अब तक 46 घायलों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. 10 लोग अब भी भर्ती हैं. लेकिन उनकी हालत गंभीर नहीं है. मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यक्रम को स्थगित करने की सलाह दी थी, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि ऐसे दावे सामने आ रहे हैं. जांच में देखा जाएगा कि किसने क्या कहा और कब कहा. उन्होंने माना कि पूरे शहर में मंगलवार रात से ही जश्न का माहौल था और बुधवार सुबह तक भीड़ और उत्साह बरकरार था.
भविष्य के लिए क्या कदम?
गृह मंत्रालय द्वारा तैयार किया जा रहा नया SOP अब राज्य के सभी बड़े आयोजनों में लागू होगा. कार्यक्रम से पहले पुलिस की अनुमति और भीड़ नियंत्रण की योजना अनिवार्य होगी. गृह मंत्री RCB और कर्नाटक क्रिकेट संघ (KSCA) के अधिकारियों से भी चर्चा करेंगे.