जीटीबी अस्पताल के वार्ड में मरीज की हत्या के बाद डॉक्टरों ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
गुरुतेग बहादुर अस्पताल में वार्ड के अंदर एक मरीज की गोली मार कर की गयी हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद से असपताल की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हुए हैं.
Murder In GTB Hospital Ward: जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों ने वार्ड में मरीज की मौत के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है. गुरुतेग बहादुर अस्पताल में वार्ड के अंदर एक मरीज की गोली मार कर की गयी हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद से असपताल की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हुए हैं. इस बीच गुरु तेग बहादुर अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के वार्ड में की हुई एक मरीज की निर्मम हत्या के बाद सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है.
ये है डॉक्टरों की मांग
1.गुरु तेग बहादुर अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को अविलंब पद से हटाया जाए.
2. AMS( security), AMS( PWD) MOIc( security ) को उनके पद से बर्खास्त किया जाये.
3 . Security agency, जो कि पिछले 10 वर्षों से अस्पताल प्रशासन के साथ सांठ - गांठ कर घटिया स्तर के सुरक्षा गार्ड प्रदान कर रही है, जिसे बिना टेंडर के सुरक्षा का ठेका दिया गया है उसकी सेवाओं को अविलंब टर्मिनेट किया जाये. डॉक्टरों का कहना है कि इस सुरक्षा एजेंसी को ज्यादातर सरकारी विभागों और अस्प्ताल में ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है, जिसमे बुराड़ी अस्प्ताल, UCMS( Delhi University), डीडीए, एलएनजेपी अस्पताल प्रमुख रूप से है.
4. गुरु तेग बहादुर अस्प्ताल प्रशासन के उन भ्रष्ट पदाधिकारियों, जो इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को ठेका देने में शामिल थे और अभी तक मोटी रकम लेकर इसका सेवा विस्तार बगैर किसी टेंडर प्रक्रिया के किये जा रहे हैं, उनके खिलाफ एंटी करप्शन विभाग या सीबीआई में जाँच कराई जाए.
5. दिल्ली के LG स्वंय दौरा कर सभी मामलों पर संज्ञान लें.
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के अध्यक्ष नितेश कुमार का कहना है कि रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने सोमवार सुबह नौ बजे हड़ताल शुरू की है, लेकिन आपातकालीन सेवाएं चालू हैं.
अस्पताल के आरडीए ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा रविवार को की थी, क्योंकि डॉक्टरों को पर्याप्त सुरक्षा देने की उनकी लंबे समय से जो मांग लंबित है, उसे दिल्ली सरकार कथित तौर पर अनसुना कर रही है.
बयान में कहा गया है कि "जब तक सुरक्षा में मूलभूत सुधारों को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी."
अस्पताल के वार्ड में मरीज की हत्या पर अन्य चिकित्सक संगठनों ने भी निंदा की है
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था, "सभी अस्पतालों की सुरक्षा समीक्षा की जाएगी और किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी." फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने इस घटना को " गैंगवार जैसी हत्या" बताया है.
फोर्डा के अध्यक्ष अविरल माथुर ने कहा, "जीटीबी अस्पताल में हुई हिंसा की हालिया घटना हमारे डॉक्टरों के लिए सुरक्षा उपाय बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है."
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)