यूपी में सपा का महिला संवाद अभियान, चिट्ठियों से बदलेगा राजनीति का रंग
यूपी पंचायत चुनाव से पहले सपा ने महिलाओं से संपर्क का अनोखा पोस्टकार्ड अभियान शुरू किया है। इसमें महिलाएं सीधे अपनी बात अखिलेश यादव तक पहुंचाएंगी।;
Samajwadi Party Postcard Mission: यूपी में विधानसभा चुनाव और सत्ता का सेमीफाइनल माने जाने वाले पंचायत चुनाव पहले समाजवादी पार्टी ज़मीनी स्तर पर महिलाओं से सम्पर्क के अभियान में जुट गई है।इसके लिए ज़रिया बनेगा ‘पोस्टकार्ड’ जिसमें महिलाएँ अपनी बात और अपने मुद्दे लिख कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) तक पहुंचाएंगी।इस अभियान से जहाँ आम महिलाओं तक पहुँचने का लक्ष्य रखा गया है वहीं सपा के घोषणा पत्र में भी इसका असर दिखाई पड़ने की उम्मीद है।
अगले साल के शुरू में उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत (UP Panchayat Election 2027) चुनाव होने हैं।जिसे 2027 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी माना जा रहा है।ऐसे में समाजवादी पार्टी ने पिछले चुनाव में बीजेपी के टारगेट ग्रुप रहे महिला मतदाताओं के लिए एक ख़ास अभियान शुरू किया है।यूपी की महिलाओं तक समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता पहुँचेंगी और उन महिलाओं से पोस्टकार्ड लिखवाएँगी।डिजिटल युग में पोस्टकार्ड अभियान से उन महिलाओं तक भी पहुँचने की तैयारी है जो आम तौर पर सोशल मीडिया में अपनी बात नहीं कहतीं।पार्टी की मानना है कि इससे हर वर्ग की महिला को प्रतिनिधित्व मिलेगा और अपनी बात रखने का मौक़ा मिलेगा।
समाजवादी महिला सभा को ‘ पोस्टकार्ड’ पहुंचाने की जिम्मेदारी
समाजवादी पार्टी के इस पोस्टकार्ड अभियान की ज़िम्मेदारी समाजवादी महिला सभा को दी गई है।पहले चरण में 1 लाख ऐसे पोस्टकार्ड छपवाए गए हैं जिन पर एक तरफ़ समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को तस्वीर है।दूसरी तरफ़ महिलाएँ अपनी बात और अपन नाम पता लिखेंगी।इन पोस्टकार्ड पर लिखा है ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी को एक संदेश’( A message to national president Akhilesh Yadav Ji) महिला सभा की कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से कहा गया है कि वो सभी वर्गों को महिलाओं के पास जाएँ और इस पोर्टकार्ड पर उनकी माँग, चिंता और उनकी बातें लिखवायें।पोस्टकार्ड में महिला का नाम पता और फ़ोन नम्बर भी लिखा जाए।समाजवादी पार्टी प्रवक्ता और समाजवादी महिला सभा की अध्यक्ष जूही सिंह ( Juhie Singh) कहती हैं ‘ महिलाओं की अपनी बातें, माँग और कंसर्न हैं।जैसे आशा बहुएँ हैं वो चाहती हैं कि उनका मानदेय बढ़े।जो सेल्फ हेल्प ग्रुप्स( SHG ) हैं उनकी महिलाएँ चाहती हैं कि उनका काम शुरू हो क्योंकि कई सेल्फ हेल्प ग्रुप्स बंद हैं।ऐसे में हम उन महिलाओं तक पहुँचेंगे और इनकी बातों को इस पर लिखने के लिए कहेंगे।इससे जो ज़मीनी वास्तविकता है वो पता चलेगी की लोग चाहते क्या हैं।’ जूही सिंह बताती हैं कि ऐसे एक लाख पोस्टकार्ड अभी छपवाए गए हैं और उनमें से 15-20 हज़ार अभी सर्कुलेशन में हैं।इसके बाद और भी पोस्ट कार्ड छापे जाएँगे।
समाजवादी पार्टी महिला सभा ने अपने जिला और राज्य स्तर की कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी है और उनके माध्यम से ब्लॉक और पंचायत स्तर पर महिलाओं से संपर्क कर रही है। जो महिलाएँ सीधे इन लिखे हुए पोस्टकार्ड को लखनऊ में पार्टी कार्यालय भेज सकती हैं वो ये पोस्टकार्ड सीधे भेजेंगी और सपा महिला कार्यकर्ता उन महिलाओं के पास जाकर लिखे हुए पोस्टकार्ड को इकट्ठा हुई करेंगी जो सीधे नहीं भेज सकती हैं।महिला कार्यकर्ता घर-घर जा कर ऐसी महिलाओं से संपर्क करेंगी।
समाजवादी पार्टी का यह पोस्टकार्ड अभियान विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं की बातों को पार्टी तक पहुंचाने का एक माध्यम बनेगा।ऐसे में विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र ( manifesto) में भी इसका असर दिखाई पड़ेगा।समाजवादी महिला सभा की अध्यक्ष जूही सिंह कहती हैं कि ‘ज़ाहिर है इससे ज़मीनी हकीकत पता चलेगी तो हम इसको घोषणा पत्र में शामिल करेंगे।पिछली बार अलग-अलग ग्रुप्स की मीटिंग में लोगों तक पहुँचने और उनकी बातों को सुनने के बाद सपा ने घोषणापत्र तैयार किया था पर इस बार पोस्टकार्ड के ज़रिए भी हम महिलाओं की बातों को सुनेंगे।’
डिजिटल प्रचार से पहले ज़मीनी संपर्क
चुनाव में हर पार्टी डिजिटल प्रचार पर ज़ोर देती है। समाजवादी पार्टी का यह पोस्टकार्ड अभियान पार्टी के लिए आम महिलाओं से संपर्क करने का माध्यम हो सकता है।ख़ास तौर पर गाँव और जिलों की आम महिलाओं से पार्टी संपर्क करेगी।वैसे तो हर वर्ग की महिलाओं से संपर्क किया जाएगा पर ख़ास तौर से पीडीए( PDA ) वर्ग की महिलाओं से संपर्क का लक्ष्य रखा गया गया है।यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को केंद्र और राज्य की योजनाओं से लाभान्वित होने वाली लाभार्थी ( beneficiaries) वर्ग की महिलाओं ने वोट दिया था जिसका लाभ बीजेपी को मिला था।इस बार समाजवादी पार्टी ने काफ़ी पहले से महिला मतदाताओं से पार्टी से जोड़ने की योजना तैयार की है।
हाल ही में अखिलेश यादव ने यह घोषणा की थी कि अगर प्रदेश में सपा सरकार बनती है तो स्त्री सम्मान समृद्धि योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को प्रतिमाह 3,000 ( तीन हज़ार) रुपए की सहायता दी जाएगी।वहीं महिला सुरक्षा के लिए सपा सरकार में शुरू की गई 1090 हेल्पलाइन को भी मजबूती दी जाएगी।समाजवादी पार्टी को इस अभियान के ज़रिए एक और लाभ होगा।पार्टी का बूथ स्तर तक महिलाओं से संपर्क हो जाएगा।पार्टी की योजना है कि विधानसभा चुनाव से पहले हर बूथ पर पार्टी की महिला कार्यकर्ता का प्रतिनिधित्व हो।इस संपर्क अभियान से पार्टी को बूथ स्तर पर कार्यकर्ता भी मिल सकती हैं।