तमिलनाडु: बीजेपी में अन्नामलाई बनाम गैर-अन्नामलाई खेमे? पार्टी प्रवक्ता ने तोड़ी चुप्पी
दिल्ली की पकड़ और आरएसएस की भूमिका पर चर्चाओं के बीच तमिलनाडु बीजेपी में नए नेताओं की तैनाती, अन्नामलाई के 'खेमे' के प्रभाव में कमी; बीजेपी प्रवक्ता असीरवथम अचारी से खास बातचीत;
तमिलनाडु बीजेपी में हाल ही में हुए संगठनात्मक फेरबदल ने नेतृत्व के समीकरणों, गठबंधन रणनीतियों और आंतरिक जवाबदेही को लेकर चर्चाओं को जन्म दिया है। The Federal से विशेष बातचीत में बीजेपी के प्रवक्ता असीरवथम अचारी ने अन्नामलाई की भूमिका, एआईएडीएमके गठबंधन और पार्टी में महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विस्तार से जवाब दिए।
बीजेपी ने खुशबू सुंदर, केटी राघवन और एसजी सूर्याह जैसे नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी हैं। क्या यह पार्टी की दिशा सुधार है या अन्नामलाई को किनारे करना?
हमारी पार्टी में कोई खेमा नहीं है। हम कार्यकर्ता-आधारित पार्टी हैं, जहां कार्यकर्ता सर्वोपरि हैं। अन्नामलाई जी हमारे नेता हैं और उन्होंने जमीनी स्तर पर अथक मेहनत की है। उनकी 'एन मन्न एन मक्कल यात्रा' ने पार्टी में नई जान फूंकी और 2024 के लोकसभा चुनाव में 18% वोट शेयर हासिल हुआ, जो पूरी तरह बीजेपी की अपनी ताकत से हुआ। वह पार्टी का अभिन्न हिस्सा बने हुए हैं और लगातार कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।
केटी राघवन और एसजी सूर्याह को आरएसएस और निर्मला सीतारमण के करीबी माना जाता है। क्या यह दिल्ली की तमिलनाडु बीजेपी पर पकड़ को दर्शाता है?
यह एक गलत धारणा है। नई टीम में अनुभवी नेताओं और युवा चेहरों का संतुलन है। सूर्याह पहले राज्य सचिव थे और अब उन्हें युवामोर्चा की जिम्मेदारी दी गई है क्योंकि उनकी भाषण शैली प्रभावशाली है। राघवन बचपन से ही आरएसएस से जुड़े हैं और पार्टी के लिए लगातार काम करते आए हैं। निर्मला सीतारमण जी सम्मानित नेता हैं जो हमें मार्गदर्शन देती हैं, लेकिन नियुक्तियां योग्यता के आधार पर होती हैं, न कि किसी जुड़ाव के कारण।
केटी राघवन ने 2021 में स्टिंग ऑपरेशन के बाद इस्तीफा दिया था। कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या बीजेपी उपयोगी नेताओं पर लगे विवादों को नजरअंदाज करती है?
उन पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुए। उन्होंने पार्टी की छवि को नुकसान न पहुंचे, इसलिए स्वयं इस्तीफा दिया। कोई FIR या कानूनी कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि वीडियो से छेड़छाड़ की गई थी। सार्वजनिक जीवन में कीचड़ उछालना आम बात है, लेकिन हम कार्यकर्ताओं को समर्पण के लिए पुरस्कृत करते हैं, बेबुनियाद आरोपों के लिए नहीं।
महिला कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर बीजेपी के पास क्या प्रबंध हैं, खासकर जब ऐसे विवाद सामने आते हैं?
महिलाएं बीजेपी में सबसे सुरक्षित हैं। हमारी नेतृत्व टीम देखिए—खुशबू सुंदर, शशिकला पुष्पा, वनाथी श्रीनिवासन (राष्ट्रीय महिला मोर्चा प्रमुख) और जमीनी स्तर की नेता कविता श्रीकांत। महिलाएं इसलिए जुड़ती हैं क्योंकि उन्हें यहां सुरक्षित माहौल मिलता है, अन्य दलों में जहां ऐसे मामलों पर ध्यान नहीं दिया जाता।
एआईएडीएमके सांसद अनवर राजा ने बीजेपी-एआईएडीएमके गठबंधन को 'थोपे गए गठबंधन' कहा है। आपकी प्रतिक्रिया?
किसी पर गठबंधन थोपा नहीं जा सकता। यह एक स्वाभाविक और समय-परीक्षित साझेदारी है। 2021 में हम साथ लड़े और 2026 में भी मिलकर डीएमके को हराएंगे। अनवर राजा की टिप्पणी उनकी निजी राय है, हकीकत को नहीं दर्शाती।
स्थानीय कार्यकर्ता कहते हैं कि एआईएडीएमके और बीजेपी के कैडर ज़मीनी स्तर पर एकजुट नहीं हैं, भले ही नेतृत्व में मेल है। क्या यह सच है?
यह गलत रिपोर्टिंग है। एआईएडीएमके और बीजेपी कार्यकर्ता पीएम मोदी की तिरुचिरापल्ली यात्रा सहित कई कार्यक्रमों में साथ आ रहे हैं। गठबंधन मजबूत है और हमारा एकमात्र लक्ष्य 2026 में डीएमके को हराना है।
एआईएडीएमके नेता सत्ता-साझेदारी पर बात करने से बचते हैं, जबकि एनडीए में गठबंधन शासन की चर्चा होती है। बीजेपी की क्या राय है?
अमित शाह जी और एडप्पादी पलानीसामी सही समय पर फैसला करेंगे। डीएमके भ्रम फैला रही है क्योंकि वह हार से डर रही है। हम अटकलों में नहीं, जीत की तैयारी में लगे हैं।
अभिनेता शरथ कुमार को कोई पद क्यों नहीं दिया गया, जबकि खुशबू सुंदर को जिम्मेदारी मिली?
हम पदों को "पद" नहीं बल्कि "जिम्मेदारी" मानते हैं। शरथ कुमार को भविष्य में कोई उपयुक्त भूमिका दी जा सकती है—शायद पार्टी के राष्ट्रीय पुनर्गठन के बाद। हर नेता की योग्यता का उपयोग किया जाएगा।