ठाकरे ब्रदर्स ने विरोध रैली को विक्ट्री रैली में बदला, 5 जुलाई को एक मंच पर होंगे उद्धव-राज

उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने दोनों ने रैली के लिए एक साझा न्योता जारी किया है। महाराष्ट्र में त्रिभाषा नीति रद्द होने के बाद दोनों चचेरे भाई मुंबई में एक मंच पर आएंगे।;

Update: 2025-07-01 13:34 GMT
5 जुलाई को पहले हिंदी के विरोध में रैली होनी थी, अब दोनों चचेरे भाई उस दिन विजय रैली करने जा रहे हैं

महाराष्ट्र के स्कूलों में पहली से पांचवीं क्लास तक हिंदी को वैकल्पिक भाषा बनाए जाने का फैसला वापस लेने के मुद्दे ने ठाकरे बंधुओं में नया जोश भर दिया है। दोनों चचेरे भाई फडणवीस सरकार के बैकफुट पर जाने को अपनी जीत बता रहे हैं और साझा तौर पर इसका जश्न मनाने वाले हैं।

5 जुलाई को उद्धव और राज ठाकरे की होने वाली जो रैली पहले महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी थोपे जाने के विरोध में आयोजित की जाने वाली थी,अब महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्कूलों में लागू की जा रही त्रिभाषा नीति को वापस लेने के फैसले के बाद उसी दिन एक साझा रैली होगी, जिसे विजय रैली के रूप में मनाया जाएगा। शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने मंगलवार को मुंबई में 5 जुलाई को आयोजित होने वाली विजय रैली के लिए संयुक्त रूप से आमंत्रण पत्र जारी किया है।

5 जुलाई को होने वाली यह रैली, जो पहले विरोध प्रदर्शन के रूप में तय की गई थी, अब एक विजय रैली में तब्दील हो गई है। यह रैली वर्ली स्थित NSCI डोम में सुबह 10 बजे शुरू होगी। 'मराठी विजय दिवस’ मनाने के लिए जारी किया गया यह संयुक्त निमंत्रण पत्र इस रैली की पहली औपचारिक घोषणा है, जिसमें राज और उद्धव ठाकरे, दोनों चचेरे भाइयों को कार्यक्रम के मेज़बान के रूप में दर्शाया गया है।

इस आमंत्रण का शीर्षक है "मराठिचा आवाज़", जिसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी का झंडा या चिन्ह नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र का एक ग्राफिक चित्र शामिल है।

निमंत्रण में लिखा है, “क्या हमने सरकार को झुकाया? हाँ! यह जश्न आपका है, हम तो केवल आपकी ओर से लड़ रहे थे।”



महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने रविवार को स्कूलों में त्रिभाषा नीति को लागू करने से संबंधित दो सरकारी आदेश (GRs) को वापस लेने का निर्णय लिया था, जिसके तहत कक्षा 1 से 5 तक हिंदी भाषा को अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाना था।

दो दशक बाद उद्धव और राज साथ

5 जुलाई को होने वाला यह विजय समारोह लगभग दो दशकों में पहली बार होगा जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे किसी राजनीतिक कार्यक्रम में एक साथ मंच साझा करेंगे।

इस योजना की पहली जानकारी शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राऊत ने दी थी, जिन्होंने कहा कि उन्होंने राज ठाकरे से इस विजय रैली के आयोजन को लेकर बातचीत की है।

कुछ घंटे बाद, राज ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पुष्टि की कि यह विजय रैली उसी तारीख पर आयोजित की जाएगी, जिस दिन विरोध प्रदर्शन होना था। यह रैली "मराठी मानूस की एकता" के जश्न के रूप में होगी।

MNS प्रमुख राज ठाकरे ने हिंदी थोपने का विरोध करने के लिए शिवसेना (UBT) और राकांपा (शरद पवार गुट) का समर्थन देने के लिए आभार भी जताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह विरोध तब भी जारी रहेगा, चाहे नरेंद्र जाधव समिति की रिपोर्ट कुछ भी कहे।

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