25 साल बाद फिर से पदयात्रा पर निकलेंगे शिवराज, इस बार ये है मकसद
Shivraj Singh Yatras: साल 1991 में शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा लोकसभा क्षेत्र की पदयात्रा की थी, जिसके बाद उन्हें लोग "पांव-पांव वाले भैया" कहने लगे थे.;
Shivraj Singh Chauhan Padyatra: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर पदयात्रा पर निकलने जा रहे हैं. उनकी यह यात्रा 25 मई से विदिशा लोकसभा क्षेत्र से शुरू होगी, जो कि उनका संसदीय क्षेत्र भी है. इस पदयात्रा के माध्यम से शिवराज सिंह चौहान केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं. इसके साथ ही वह इस दौरान किसानों, महिलाओं और ग्रामीणों से सीधे संवाद करेंगे व योजनाओं का जमीनी असर देखना और लोगों की समस्याएं सुनकर उनका समाधान भी करेंगे. अपनी पदयात्रा के दौरान शिवराज सिंह रोजाना करीब 20 से 25 किलोमीटर तक पैदल चलेंगे और गांव-गांव जाकर लोगों से मिलेंगे.
योजनाओं की जानकारी
इस यात्रा के दौरान शिवराज सिंह चौहान इन योजनाओं के बारे में लोगों को बताएंगे:
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- पीएम किसान सम्मान निधि
- महिला सशक्तिकरण योजनाएं
- ग्रामीण सड़क और स्वास्थ्य योजनाएं
- शिक्षा, स्वच्छता, डिजिटल इंडिया और स्वरोजगार से जुड़ी योजनाएं
पहले भी कर चुके हैं यात्रा
शिवराज सिंह चौहान पहले भी कई यात्राएं कर चुके हैं, जिनमें नर्मदा परिक्रमा यात्रा प्रमुख रही है. साल 1991 में उन्होंने विदिशा लोकसभा क्षेत्र की पदयात्रा की थी, जिसके बाद उन्हें लोग "पांव-पांव वाले भैया" कहने लगे थे. अब करीब 25 साल बाद, वे फिर से अपने क्षेत्र में पदयात्रा पर निकलेंगे.
स्थानीय भागीदारी
इस यात्रा में केवल शिवराज सिंह चौहान ही नहीं, बल्कि कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि, स्व-सहायता समूह, किसान संगठन और महिला मंडल आदि भी हिस्सा लेंगे. इससे सरकार की योजनाओं का प्रभाव और व्यापक होगा.
इस पदयात्रा के बारे में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भरता और समग्र विकास की ओर बढ़ रहा है. मेरी पदयात्रा का मकसद है कि केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ हर गांव, हर किसान और हर महिला तक पहुंचे. हम इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.