Unnao Rape Case: दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कब चलेगा बुलडोजर?

उन्नाव रेप केस में सजायाफ्ता पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है। अदालत के इस फैसले पर पीड़ित परिवार ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि हम कैसे सुरक्षित रहेंगे।

By :  Lalit Rai
Update: 2025-12-24 16:34 GMT

Kuldeep Singh Sengar News:  फैसला सुनते ही जान देना चाहती थी। लेकिन परिवार के बारे में सोच कर रुक गई। हमारे साथ नाइंसाफी हुई है। अगर ऐसा दुष्कर्म आरोपी बाहर आएगा तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे? सब असुरक्षित हो गए हैं। दर्द भरी पुकार उस पीड़िता के हैं, जिसका नाता यूपी के उन्नाव (Unnao Rape Case) से है। आज से 8 साल पहले साल 2017 में इस पीड़िता ने बीजेपी के तत्कालीन विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप लगाए तो यूपी की सियासत में भूचाल आ गया था।

अदालत से राहत लेकिन सवाल सरकार पर?

तरह तरह की अड़चनों और रुकावटों के बीच सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने केस को यूपी से दिल्ली ट्रांसफर करने का फैसला सुनाया। दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi HighCourt) में कई दौर की सुनवाई हुई। आरोपी और पीड़ित दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी माना और उम्रकैद की सजा सुना दी। लेकिन अब सजा को निलंबित कर दिया। इसका अर्थ यह हुआ कि सेंगर के जमानत पर बाहर आने का रास्ता साफ हो चुका है। ऐसे में एक बड़ा सवाल यह है कि यूपी की योगी सरकार किसी भी तरह के अपराध में आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने से परहेज नहीं करती। क्या वो सरकार कुलदीप सिंह सेंगर के घर पर बुलडोजर चलाने का साहस दिखा सकेगी।

'अगले चौराहे पर मिलेगा यमराज'

योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सरकार कहती है कि किसी बेटी को छेड़ कर देखो अगले चौराहे पर यमराज मिलेंगे। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में समाजवादी पार्टी को घेरते हुए कहा कि पहले वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया के नाम से सूबे को जाना जाता था। लेकिन अब तस्वीर बदल गई। कोई भी शख्स कानून के खिलाफ जाएगा तो उसे पता है कि अंजाम क्या होने वाला है। अब यूपी सरकार की इस भाषा-परिभाषा के मुताबिक कुलदीप सिंह सेंगर पाक तो नहीं कहे जा सकते। वो बकायदा उन्नाव रेप केस में सजायाफ्ता हैं, भले ही कोर्ट की तरफ से उन्हें आंशिक राहत मिली हो। लेकिन वो कानून की नजर में दोषी हैं।

'जमानत इस वजह से मिली'

उन्नाव दुष्कर्म की पीड़िता का कहना यानी कुलदीप सिंह सेंगर जमानत इस वजह से मिली कि ताकि उसकी पत्नी चुनाव लड़े सके। पीड़ित की मां ने कहा कि अदालत ने भले ही कहा कि जमानत की अवधि में दोषी 500 किमी दूर हो उससे क्या फर्क पड़ता है। बता दें कि अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि जमानत के दौरान दोषी यूपी नहीं जाएगा और किसी भी तरह से प्रत्यक्ष या परोक्ष आरोपियों को नहीं धमकाएगा। यह पीड़ित परिवार का दर्द है। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ से सवाल करते हुए परिवार पूछ रहा है कि क्या उनकी बेटी, यूपी की बेटी नहीं है। क्या योगी सरकार का नजरिया इस मामले में अलग है।

'कहां गया बुलडोजर?'

अगर योगी सरकार के आठ साल के कार्यकाल के दौर को देखें तो यूपी की पहचान बुलडोजर (Bulldozer action) प्रदेश की बनी है। योगी आदित्यनाथ को लोग बुलडोजर बाबा के नाम से भी जानते हैं। समय समय पर यूपी के सीएम कहते भी रहे हैं कि जो लोग कानून की सीमा को लाघेंगे तो उनके खिलाफ पीला पंजा हमेशा तैयार रहेगा। लेकिन उसके बयान पर विरोधी दल के नेता कहते हैं कि अपराध के खिलाफ लड़ाई या मुहिम से किसी को आपत्ति नहीं है। लेकिन जब यह पीला पंजा किसी खास समाज या तबके के खिलाफ हरकत में आता है तो सवाल उठते हैं।

हाल ही में कोडीन सिरप के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता पक्ष से किसी भी तरह से जुड़े लोग तस्वीरों में नजर आते हैं उनके खिलाफ बुलडोजर एक्शन क्यों नहीं होता। योगी जी इस तरह की कार्रवाई अपने स्वजातीय लोगों के खिलाफ क्यों नहीं करते। इस सवाल के जवाब में यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जवाब देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 78 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है,बुलडोजर की कार्रवाई भी होगी। लेकिन यदि आप उसकी जद में आएंगे तो चिल्लाना मत। यह अलग बात है कि पीला पंजा अभी तक एक्शन में नहीं है। वहीं रेप जैसे जघन्य कांड पर कड़े रुख की बात करने वाले योगी आदित्यनाथ पर सबकी निगाह है कि क्या वो उन्नाव रेप जैसे हाइप्रोफाइल केस में क्या दोषी कुलदीप सिंह सेंगर के ऊपर बुलडोजर वाली कार्रवाई होगी। 

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