यूपी में मंत्रियों-विधायकों के बाद अब गवर्नर भी अफसरों से नाराज़,कार्यशैली पर उठाए गंभीर सवाल

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सरकारी दफ्तर में फ़ाइल लटकने का आरोप लगाया है।उन्होंने कहा है कि फाइल में कमी निकाली जाती है,फिर दूसरी कुर्सी पर बैठा अधिकारी और कमी निकलता है।फाइल एक टेबल से दूसरे टेबल जाती रहती है।;

By :  Shilpi Sen
Update: 2025-08-05 13:48 GMT
अयोध्या में सीएसआर कॉनक्लेव में शामिल होने पहुंची थीं गवर्नर आनंदी बेन पटेल

यूपी की गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने अफसरशाही और सरकारी सिस्टम को लेकर बड़ी टिप्पणी की है।उन्होंने इस बात पर तंज़ किया है कि फाइलें एक टेबल से दूसरे टेबल भटकती हैं लेकिन काम नहीं होता।कुर्सियों पर बैठे अधिकारी फाइल में कमी ही निकालते रहते हैं।देखा जाए तो यह नौकरशाही और सरकारी कामकाज को लेकर बहुत बड़ी टिप्पणी है।गवर्नर के इस बयान के बड़े मायने हैं।

अधिकारी फाइलों में कमी निकालते रहते हैं

उत्तर प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी और जन प्रतिनिधियों में टकराव के बीच सरकारी सिस्टम और अधिकारियों की कार्यशैली पर ख़ुद प्रदेश की गवर्नर ने सवाल खड़ा कर दिया है।अयोध्या में सीएसआर कॉनक्लेव में गवर्नर आनंदी बेन पटेल पहुंची थीं।उन्होंने वहाँ लोगों को संबोधित करते हुए साफ़ कह दिया कि सरकारी दफ़्तरों में काम कराने में लोगों को मुश्किल होती है।

गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने कहा ‘ अयोध्या में रामलला का दर्शन करने कहाँ-कहाँ से लोग आते हैं।आसानी से दर्शन हो जाते हैं।पर दफ्तरों में फाइलों के दर्शन करने के लिए एक टेबल से दूसरे टेबल, दूसरे से तीसरे टेबल, तीसरे से चौथे टेबल और चौथे से पांचवे टेबल तक भटकना पड़ता है।वहाँ कुर्सियों में जो बैठे हैं उनका दर्शन करना पड़ता है।’ ख़ुद गवर्नर का यह कहना सरकारी दफ़्तरों में लालफीताशाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है।वहीं गवर्नर आनंदी बेन पटेल ने आगे भी कहा है कि कुर्सियों में बैठे अधिकारी फाइलों में कमी निकालते हैं।अगर कमी पूरी हो जाती है तो आगे दूसरी कुर्सी पर बैठे अधिकारी और कमी निकालते हैं।संवैधानिक मुखिया के खुले मंच से इस बात को कहने से सियासी हलचल तेज़ हो गई है।

जन प्रतिनिधि भी कर चुके हैं शिकायत

ज़ाहिर है गवर्नर की नाराज़गी नौकरशाही की कार्यशैली और मनमाने रवैये पर है।पिछले कुछ समय से जन प्रतिनिधि लगातार ब्यूरोक्रेसी की शिकायत कर रहे हैं।कई विधायकों ने अपने जिले के अफसरों के बारे में खुल कर कहा कि वो फ़ोन नहीं उठाते और अपने कार्यालय में नहीं बैठते l वहीं पिछले कुछ समय से मंत्री भी लगातार अपने विभाग के अधिकारियों के ख़िलाफ़ शिकायत कर रहे हैं।

तबादला सत्र में कई विभागों के तबादले भी निरस्त करने पड़े।अधिकारियों की फाइल दबाने की बात मंत्री भी कह चुके हैं।सरकार के सबसे ज़्यादा फोकस वाले विभाग औद्योगिक विकास विभाग के मंत्री नंदगोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने इस बात को सीएम को पत्र लिखा था कि विभाग के अधिकारी मांगने पर भी उनको फाइल नहीं दिखा रहे।महीनों से फाइल आगे नहीं बढ़ रही।अब गवर्नर का यह बयान लालफीताशाही और भ्रष्टाचार पर ना सिर्फ़ प्रहार है बल्कि इससे सरकार के भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस और जनता तक पहुँचने के दावे पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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