विजय ने स्टालिन पर साधा निशाना, 2026 विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का दिया संकेत
TVK ने स्पष्ट किया कि वह 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र रूप से भाग लेगी और विजय को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया। इससे पहले राजनीतिक अटकलें थीं कि TVK AIADMK-BJP गठबंधन के साथ जा सकती है।
चेन्नई के पास महाबलीपुरम में तमिलागा वेट्री कज़गम (TVK) की विशेष महासभा में अभिनेता से राजनीतिज्ञ बने विजय ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनकी DMK सरकार पर तीखा हमला बोला। विजय ने 2026 विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल को TVK का “पहला दुश्मन” घोषित किया।
करूर रैली हड़कंप के लिए DMK को दोषी ठहराया
इस अवसर पर विजय का यह पहला सार्वजनिक मंच पर आमना-सामना था, 38 दिनों बाद, जब करूर रैली में हुए stampede में 41 लोगों की मौत हुई थी। विजय ने इस त्रासदी का जिम्मेदार सीधे DMK सरकार को बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल ने TVK की बढ़त रोकने के लिए “निजी सेना” तैयार की थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना की जांच के लिए CBI जांच का आदेश दिया है।
महासभा ने पास की 12 अहम प्रस्तावना
TVK महासभा ने सर्वसम्मति से 12 प्रस्ताव पास किए, जिसमें स्टैम्पेड को पार्टी की बढ़त रोकने की साजिश करार दिया गया और सार्वजनिक सुरक्षा सुधारों की मांग की गई। इसमें इवेंट पुलिसिंग और इमरजेंसी प्रोटोकॉल को कड़ा करने का सुझाव भी शामिल था। महासभा ने विजय को 2026 के चुनाव में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया और उन्हें गठबंधन संबंधी अहम फैसले लेने का अधिकार दिया।
अन्य प्रस्ताव और सुरक्षा मुद्दे
अन्य प्रस्तावों में तमिलनाडु के मछुआरों की बार-बार श्रीलंका नौसेना द्वारा गिरफ्तारी बंद करने, कोयंबटूर गैंगरेप जैसी घटनाओं के बाद महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने, SIR (विशेष तीव्र सुधार) के तहत मतदाता सूची में कटौती रोकने और विजय तथा TVK इवेंट्स के लिए पर्याप्त पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग शामिल थी।
विजय का स्टालिन पर हमला
अपने भाषण में विजय ने स्टालिन की Assembly में करूर रैली हड़कंप को लेकर की गई टिप्पणी को याद करते हुए तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमें पहले इन राजनीतिक जाल, बेबुनियाद आरोप और मानहानि को खत्म करना होगा। इसके बाद ही हम सभ्य तरीके से Assembly में दिए गए जहरीले भाषण का जवाब दे सकते हैं। विजय ने स्टालिन को “द्विमुखी” बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का दावा राजनीति में अरुचि का है, जबकि वे TVK के खिलाफ “मानहानिपूर्ण पोस्ट” करने में लगे हुए हैं।
शिवगंगा कस्टोडियल मौत पर DMK की खिंचाई
विजय ने शिवगंगा जिले में मंदिर प्रहरी अजित कुमार की विवादित कस्टोडियल मौत मामले में DMK सरकार की लापरवाही पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने मामले को ढकने के लिए एक-व्यक्ति आयोग की जल्दी नियुक्ति की और बाद में उसे अपमानित किया। विजय ने सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाइयों का हवाला देते हुए कहा कि न्यायाधीशों ने सरकार की कार्यवाही की खुलकर आलोचना की।
2026 चुनाव केवल TVK और DMK के बीच
विजय ने 2026 चुनाव को स्पष्ट रूप से द्विध्रुवीय बताते हुए कहा कि मैं दोहराता हूं कि 2026 में मुकाबला केवल TVK और DMK के बीच होगा। यह लड़ाई तेज होगी, लेकिन जीत 100 प्रतिशत हमारी होगी। उन्होंने TVK आयोजक माथियाझगन को भी सम्मानित किया, जिन्हें करूर हड़कंप से जुड़े मामले में पुलिस ने हिरासत में लिया था।
DMK की प्रतिक्रिया
DMK नेताओं ने विजय के बयान को “फिल्म स्टार की नाटकीयता” करार दिया। वरिष्ठ नेता टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि विजय की देर से रैली में आने की वजह से ही 41 लोगों की मौत हुई। उन्होंने अभिनेता-राजनेता पर “बेख़ौफ़ दिखावा” करने का आरोप लगाया।
TVK का 2026 चुनाव में स्वतंत्र भाग लेने का ऐलान
TVK ने स्पष्ट किया कि वह 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र रूप से भाग लेगी और विजय को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया। इससे पहले राजनीतिक अटकलें थीं कि TVK AIADMK-BJP गठबंधन के साथ जा सकती है। वरिष्ठ पत्रकार प्रियां ने कहा कि करूर त्रासदी के बाद AIADMK और BJP ने सोचा था कि विजय राजनीति से दूर हो जाएंगे, लेकिन उनका कमबैक स्टार पावर का संकेत है। अगर TVK, AIADMK के नाराज़ नेताओं जैसे टीटीवी दिनाकरन, ओ. पनीरसल्वम, सेंगोट्टैयन और शशिकला को साथ लाती है तो पलानीस्वामी दोनों ओर से घिरे हुए स्थिति में आ सकते हैं।