“आपने बहुत संघर्ष किया है'' कुछ यूँ दी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विजेंद्र गुप्ता को बधाई

विजेंद्र गुप्ता के विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें बधाई देते हुए उस समय की याद दिलायी जब सत्ता में आप सरकार थी और नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता थे।;

Update: 2025-02-25 06:31 GMT

Delhi Vidhansabha : दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष पद के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता विजेंद्र गुप्ता का चुनाव सोमवार को हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उन्हें बधाई दी और उनके संघर्षों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा, “आपने बहुत संघर्ष किया है और नेता प्रतिपक्ष रहते हुए कई बार बहुत ही बुरे व्यवहार का सामना भी किया। कई बार आपको सदन से बाहर भी भेजा गया, लेकिन अब मुझे पूरा विश्वास है कि आप सदन को अच्छे तरीके से चलाएंगे और सभी माननीयों को सम्मान देंगे।”

यह बधाई विजेंद्र गुप्ता के लिए एक नया अध्याय लेकर आई है, जो अपने लंबे राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव देख चुके हैं। गुप्ता को इस महत्वपूर्ण पद पर चुनने के बाद, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उनके अनुभव और संघर्ष की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "आपका अनुभव और ज्ञान इस विधानसभा के लिए बेहद बहुमूल्य होगा। हम सभी को बोलने और अपने विचार व्यक्त करने का अवसर मिलेगा, और मुझे उम्मीद है कि आप सदन का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करेंगे।” गौर करने वाली बात ये रही कि जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ये सब कह रहीं थीं तो दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और फिलहाल नेता प्रतिपक्ष आतिशी ध्यान से सुन रहीं थीं।


नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी दी बधाई

मुख्यमंत्री के बाद, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी विजेंद्र गुप्ता को बधाई दी। आतिशी ने कहा, “मैं अपने सभी विधायकों की ओर से विजेंद्र गुप्ता को बधाई देना चाहती हूं। पिछली दो विधानसभाओं में वे नेता प्रतिपक्ष रहे और हमेशा जनता के मुद्दों को पूरी ताकत से उठाया। उनका नेतृत्व इस सदन में एक नई दिशा दे सकता है।”


गुप्ता के लिए यह पल एक चक्र के पूरा होने जैसा

विजेंद्र गुप्ता का विधानसभा अध्यक्ष बनने का यह पल उनके लिए एक चक्र के पूरे होने जैसा प्रतीत होता है। आम आदमी पार्टी (आप) के 10 साल के शासनकाल में उन्हें कई बार मार्शल द्वारा विधानसभा से बाहर निकाला गया था। विशेषकर 2015 में, जब गुप्ता ने चौथे दिल्ली वित्त आयोग की रिपोर्ट पेश करने की मांग की थी, उन्हें मार्शल द्वारा बाहर किया गया था। यह घटनाएँ गुप्ता के संघर्षपूर्ण राजनीतिक जीवन का हिस्सा रही हैं, और अब इस नई भूमिका में उन्होंने इस संघर्ष को पार कर लिया है।

विजेंद्र गुप्ता ने दिया धन्यवाद

विधानसभा अध्यक्ष पद पर चयनित होने के बाद, गुप्ता ने सदस्यों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, "मैं इस महान सदन के सभी माननीय सदस्यों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे इस पद के लिए चुना और इस सदन को चलाने की जिम्मेदारी सौंपी। यह पद लोकतांत्रिक मूल्यों और संसदीय परंपराओं का प्रतीक है।"


राजनीतिक यात्रा: संघर्ष से सफलता तक

विजेंद्र गुप्ता का राजनीतिक सफर बहुत दिलचस्प रहा है। 1997 में पार्षद के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाले गुप्ता 2015 में पहली बार विधायक चुने गए। तब से वो दिल्ली के रोहिणी विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और बीजेपी की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं।

गुप्ता का छात्र राजनीति से राजनीति में प्रवेश काफी प्रेरणादायक रहा है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।


सदन में नई शुरुआत

दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र तीन दिन का है, जिसमें महत्वपूर्ण विधायी कार्यों पर चर्चा की जाएगी। इस सत्र के दौरान, विधानसभा अध्यक्ष के रूप में गुप्ता का नेतृत्व देखने को मिलेगा, जो उनके राजनीतिक जीवन में एक नई दिशा का संकेत है।

विजेंद्र गुप्ता के विधानसभा अध्यक्ष बनने से यह साबित होता है कि संघर्ष के बावजूद एक नेतृत्वपूर्ण भूमिका में सफलता प्राप्त की जा सकती है, और उनके अनुभव और निर्णय लेने की क्षमता इस नई जिम्मेदारी में निश्चित रूप से योगदान करेगी।


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