'SIR' Protest Live: राहुल गांधी समेत विपक्षी सांसद हिरासत में, वोटचोरी का विरोध
Breaking News: बिहार SIR और वोटचोरी के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने हल्लाबोल किया। इस खबर से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ।;
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कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने नड्डा द्वारा सभापति को यह निर्देश देने पर आपत्ति जताई कि क्या रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए और क्या नहीं। पात्रा ने तिवारी की बात बीच में ही रोक दी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मणिपुर विधेयकों पर चर्चा का जवाब देने को कहा, जबकि विपक्षी सांसद सदन के वेल में आने लगे।
मणिपुर से संबंधित विधेयकों पर चर्चा के बीच, सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे सस्मित पात्रा ने खड़गे के हस्तक्षेप के अनुरोध को स्वीकार कर लिया।खड़गे ने आज विपक्षी सांसदों को चुनाव आयोग तक मार्च करने से रोके जाने और पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने का मुद्दा उठाया। सदन के नेता जेपी नड्डा ने पात्रा से आग्रह किया कि खड़गे द्वारा कही गई कोई भी बात रिकॉर्ड में दर्ज न की जाए क्योंकि यह मणिपुर से संबंधित विधेयकों से संबंधित नहीं है जिन पर पहले ही चर्चा हो चुकी है। पात्रा ने कहा कि खड़गे की टिप्पणी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की जाएगी, जिस पर विपक्ष ने विरोध जताया।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आज जब हम चुनाव आयोग से मिलने जा रहे थे, INDIA गठबंधन के सभी सांसदों को रोका गया और हिरासत में ले लिया गया।वोट चोरी की सच्चाई अब देश के सामने है।यह लड़ाई राजनीतिक नहीं - यह लोकतंत्र, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है।एकजुट विपक्ष और देश का हर मतदाता मांग करता है: साफ़-सुथरी वोटर लिस्ट। और, ये हक़ हम हर हाल में लेकर रहेंगे।
बिहार सर और वोटचोरी का विरोध कर रहे इंडिया गठबंधन के सांसदों को हिरासत में ले लिया गया है। बस के जरिए उन्हें संसद मार्ग थाने ले जाया गया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी समाजवादी पार्टी के सांसद और अध्यक्ष अखिलेश यादव धर्मेंद्र यादव ड्रेक ओर ब्रायन को पुलिस ने हिरासत में लेकर वन में बैठ कर ली गई है। वहीं कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वो किसी से डरने वाले नहीं है। जनता की आवाज को बुलंद तरीके से उठाते रहेंगे।
सांसद निर्वाचन सदन तक मार्च करने की अनुमति की मांग पर अड़े हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने सांसदों को बसों में बैठाना शुरू कर दिया है, जिन्हें हिरासत में लिए जाने की स्थिति में पर रखा गया था।राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत, सागरिका घोष, महुआ मोइत्रा, प्रमोद तिवारी, संजना जाटव, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य सांसदों को बसों में चढ़ने के लिए मजबूर किया गया।
धरने पर बैठे सांसदों में प्रियंका गांधी (कांग्रेस), अखिलेश यादव (एसपी), डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी), महुआ माझी (जेएमएम), केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), अवधेश प्रसाद (एसपी), काकोली घोष दस्तीदार (टीएमसी), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी) शामिल हैं। धरने पर बैठे सांसदों के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, टीआर बालू के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई।
सांसद आगे बढ़ने से रोके जाने के विरोध में सड़क पर समूहों में बैठ गए हैं। सांसदों का कहना है कि उन्हें चुनाव आयोग तक जाने से रोका जा रहा है।
वोटचोरी के खिलाफ मार्च करने वाले सांसदों में से तृणमूल की सांसद महुआ मोइत्रा, सुष्मिता देव और कांग्रेस की जोथिमणि बैरिकेड्स पर चढ़ गईं। वहीं कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, शक्तिसिंह गोहिल और संजना जाटव भी बैरिकेड्स पर चढ़ गए।विपक्ष का कहना है कि उनकी आवाज दबाई जा रही है।
SIR और वोटचोरी के खिलाफ मार्च करने वाले सांसदों को संसद मार्ग पर रोका गया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि केवल 30 सांसदों को ही आगे जाने दिया जाएगा जिनके नाम नियुक्ति के लिए चुनाव आयोग को भेजे गए हैं। शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत, कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल, सैयद नासिर हुसैन, आप के संजय सिंह और दिल्ली पुलिस के बीच तीखी बहस हुई क्योंकि सांसद निर्वाचन सदन तक जाने पर अड़े रहे। मीडिया को भी आगे बढ़ने से रोक दिया गया है।