हमने ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी को तबाह कर दिया- पीएम मोदी
India Pakistan News: भारत पाकिस्तान सीजफायर के बाद पीएम मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं...;
India Pakistan News: इस मामले में हर छोटी बड़ी खबर से आपको कराएंगे रूबरू। बने रहिए द फेडरल देश के साथ।
आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में सौ से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया।. आतंक के बहुत सारे आका, बीते ढाई तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे हैं। भारत के खिलाफ साजिशें कर रहे हैं, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया।ष
शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े। हर भारतीय शांति के साथ जी सके। इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना जरूरी है। आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है।
टेरर और टॉक एक साथ नहीं चल सकते। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते। मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा कि हमारी घोषित नीति रही है। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो टेररिज्म पर ही होगी। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर ही होगी।
बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी थे। दुनिया में कहीं भी बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे वो ९-11 हो, या लंदन में ट्यूब में हुई बॉम्बिंग हो, उन सबके तार आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं
भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है
हमने युद्ध के मैदान मे ं हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने इसमें नया आयाम जोड़ा है- पीएम मोदी
मारे गए आतंकियों को विदाई देने पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। पाकिस्तान की सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का ये सबसे बड़ा सबूत है- पीएम मोदी
हम आतंकी की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे- पीएम मोदी
आइंदा हम पर आतंकी हमला हुआ तो हम अपने तरीके से जवाब देंगे- पीएम मोदी
कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा- पीएम मोदी
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं, करोड़ों भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है। न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा