“शांति या अराजकता”: असीम मुनीर की अफगानिस्तान को खुली धमकी
Afghanistan-Pakistan border tensions: दोनों देशों के बीच संबंध पहले ही नाजुक हैं, लेकिन हालिया घटनाएं स्थिति को और गंभीर बना रही हैं.
Pakistan Army Chief: अफगानिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल जनरल सैयद असीम मुनीर ने शनिवार को कड़े शब्दों में अफगान सरकार को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को यह तय करना होगा कि वह “शांति चाहता है या अराजकता”. एबटाबाद स्थित पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी (PMA), काकुल में सेना कैडेट्स के पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए मुनीर ने अफगान धरती से पाकिस्तान पर हो रहे आतंकी हमलों को लेकर नाराज़गी जताई.
हमला करने वालों को मिट्टी में मिला देंगे: असीम मुनीर
जनरल मुनीर ने कहा कि जो भी आतंकी अफगान सरजमीं से पाकिस्तान पर हमला करने की कोशिश करेंगे, उन्हें धूल में मिला दिया जाएगा. उन्होंने तालिबान सरकार से आग्रह किया कि वह निर्णायक कदम उठाए और पाकिस्तान पर हमले करने वाले आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे.
सीमा पर फिर भड़की हिंसा
पिछले सप्ताहांत से ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है. तालिबान बलों ने पाकिस्तान के कथित हवाई हमलों के जवाब में काबुल से पलटवार किया, जिससे झड़पें तेज हो गईं. हालांकि, कतर और सऊदी अरब की मध्यस्थता के बाद संघर्ष विराम की कोशिशें हुईं और 48 घंटे का अस्थायी समझौता हुआ, जिसे बातचीत के अंत तक बढ़ाया गया था. लेकिन शुक्रवार को फिर हिंसा भड़क उठी, जब पाकिस्तान के हवाई हमलों में अफगानिस्तान के उरगुन और बर्मल जिलों में 10 नागरिक मारे गए, जिनमें तीन स्थानीय क्रिकेट खिलाड़ी भी शामिल थे.
तालिबान की भूमिका पर सवाल
पाकिस्तान सरकार का कहना है कि आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), जो अफगान धरती से सक्रिय है, उसके लड़ाके पाकिस्तान के खिलाफ हमले कर रहे हैं. हाल ही में खैबर पख्तूनख्वा के ओरकज़ई जिले में हुए एक आत्मघाती हमले में 11 पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों की मौत हुई, जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मेजर भी शामिल थे. हालांकि, काबुल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि अफगानिस्तान की ज़मीन किसी भी पड़ोसी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं हो रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, युद्धविराम तालिबान प्रशासन से हुआ है, आतंकवादी गुटों से नहीं, जो अफगानिस्तान में छिपे हुए हैं और पाकिस्तान पर हमले कर रहे हैं. इस बीच अफगान मीडिया ने रिपोर्ट किया है कि पाकिस्तान के हवाई हमलों का निशाना अफगानिस्तान के रिहायशी इलाके थे, जिससे आम नागरिकों की बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं.
स्थिति अब भी तनावपूर्ण
दोनों देशों के बीच संबंध पहले ही नाजुक हैं, लेकिन हालिया घटनाएं स्थिति को और गंभीर बना रही हैं. पाकिस्तान लगातार तालिबान से आतंकियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है, जबकि अफगानिस्तान इनकार और पलटवार की नीति अपना रहा है.