इस्तांबुल वार्ता से पहले यूक्रेन और रूस ने एक दूसरे पर किये बड़े हमले
यूक्रेन का दावा रूस ने 400 से ज्यादा ड्रोन और 7 मिसाइल दागी तो वहीँ यूक्रेन ने भी जवाब में ड्रोन से बड़ा हमला किया।;
Ukraine Russia War : इस्तांबुल में यूक्रेन और रूस के बीच होने वाली वार्ता से ठीक पहले दोनों देशों ने एक बार फिर से एक दूसरे पर बड़े हमले किये हैं। रविवार को यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें एक ही रात में 472 ड्रोन और 7 मिसाइलें दागी गईं। यूक्रेनी वायुसेना ने 385 ड्रोन मार गिराने में सफलता पाई, लेकिन शेष ड्रोन कई सैन्य और नागरिक ठिकानों को नुकसान पहुंचाने में सफल रहे।
यूक्रेन की वायुसेना के प्रवक्ता कर्नल यूरी इह्नात ने कहा, "फरवरी 2022 से अब तक का यह सबसे बड़ा ड्रोन हमला है।"
यूक्रेन ने किया पलटवार
इसी के साथ, यूक्रेन ने भी रूस पर पलटवार करते हुए अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें कम से कम 40 रूसी सैन्य विमान और बॉम्बर्स को क्षति पहुंची। यह हमला रूसी हवाई अड्डों को निशाना बनाकर किया गया, जिनमें से कई फ्रंटलाइन के नज़दीक स्थित थे। यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के एयरबेसों पर खड़े लगभग 2 अरब डॉलर मूल्य के विमानों को नुकसान पहुंचाया है।
12 यूक्रेनी सैनिकों की मौत
दूसरी ओर, रूस ने एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर किए गए हमले में 12 यूक्रेनी सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है, जिससे यूक्रेनी जमीनी बलों के प्रमुख को इस्तीफा देना पड़ा।
इस बीच, रूस ने यह भी आरोप लगाया है कि यूक्रेन से सटे क्षेत्रों में दो पुल विस्फोटों से ध्वस्त हो गए। हालांकि, उसने इस हमले के लिए सीधे तौर पर यूक्रेन को जिम्मेदार नहीं ठहराया है, लेकिन इसे "आतंकी हमला" बताया गया है।
इन घटनाओं के बीच, सुमी क्षेत्र में रूसी जमीनी हमलों में तेजी आई है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर ज़बरदस्त हवाई हमले किए हैं।
इस्तांबुल में वार्ता की तैयारी
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने घोषणा की कि वे सोमवार को इस्तांबुल में होने वाली वार्ता के लिए रक्षा मंत्री रुसतेम उमेरोव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं। यह बैठक तुर्की की मेज़बानी में हो रही है, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल से प्रेरित है, जिनका उद्देश्य युद्ध को शीघ्र समाप्त करना है।
ज़ेलेंस्की ने वार्ता को लेकर संदेह ज़ाहिर किया लेकिन कहा कि यूक्रेन का रुख स्पष्ट है। उनकी प्रमुख मांगें हैं:
पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम
बंदियों और अपहृत बच्चों की वापसी
रूस की ओर से कहा गया कि उसने भी शांति के लिए प्रस्ताव तैयार किए हैं, लेकिन उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नेताओं के स्तर पर वार्ता कराने के तुर्की के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। रूसी प्रतिनिधिमंडल रविवार को इस्तांबुल के लिए रवाना हो चुका है।