बॉन्डी बीच फायरिंग: संदिग्ध की कार से IED बरामद, जांच तेज
हनुक्का कार्यक्रम के दौरान हुई फायरिंग के बाद बड़ा खुलासा, मृत हमलावर से जुड़ी कार में देसी विस्फोटक मिला, आतंकी साजिश की आशंका गहराई
Firing On Jews At Bondi Beach : ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर हुई घातक फायरिंग की जांच में अब एक बड़ा और चिंताजनक मोड़ सामने आया है। न्यू साउथ वेल्स पुलिस ने हमले से जुड़े एक संदिग्ध की कार से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) यानी देसी विस्फोटक बरामद करने की पुष्टि की है।
पुलिस का कहना है कि यह कार उस हमलावर से जुड़ी थी, जिसकी फायरिंग के दौरान मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस कमिश्नर ने की पुष्टि
न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर मैल लैनियन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि “हमने एक कार से IED बरामद किया है, जो मृत हमलावर से जुड़ी हुई है। सुरक्षा एजेंसियां इसे बेहद गंभीरता से ले रही हैं।”
उन्होंने कहा कि विस्फोटक मिलने के बाद जांच का दायरा और बढ़ा दिया गया है।
बीच के पास खड़ी थी संदिग्ध कार
पुलिस के मुताबिक यह संदिग्ध वाहन बॉन्डी बीच के नजदीक खड़ा मिला था। घटना के बाद से इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है और बम निरोधक दस्ते तथा फोरेंसिक टीमें कार की बारीकी से जांच कर रही हैं।
अधिकारियों को आशंका है कि हमला केवल फायरिंग तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके पीछे और बड़े नुकसान की साजिश हो सकती थी।
हनुक्का कार्यक्रम के दौरान हुई थी फायरिंग
गौरतलब है कि यह फायरिंग रविवार दोपहर बॉन्डी बीच पर आयोजित ‘हनुक्का बाय द सी’ कार्यक्रम के दौरान हुई थी। इस हमले में 11 लोगों की मौत हुई थी और कई अन्य घायल हुए थे। पुलिस पहले ही इस घटना को आतंकी हमला घोषित कर चुकी है।
प्रधानमंत्री ने बताया नफरत से प्रेरित हमला
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने कहा कि यह हमला यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किया गया था और यह पूरे ऑस्ट्रेलिया पर हमला है। IED की बरामदगी के बाद सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है।
विस्फोटक से जुड़े नेटवर्क की तलाश
जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि
IED कहां और कैसे तैयार किया गया
क्या हमलावर किसी बड़े नेटवर्क से जुड़े थे
और क्या किसी अन्य हमले की योजना थी
पुलिस का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, बॉन्डी बीच और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बनी रहेगी।
यहूदी-विरोधी साजिश की आशंका
IED मिलने के बाद इस आशंका को भी बल मिला है कि यह हमला केवल तात्कालिक नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित और विचारधारा से प्रेरित था। इज़राइल समेत कई देशों ने इस घटना पर चिंता जताई है और यहूदी-विरोधी हिंसा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।