शिखर सम्मेलन में कनाडाई पीएम ट्रूडो ने लगाई गुहार! भारत ने दिया दो टूक जवाब

लाओस में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की.

Update: 2024-10-11 16:13 GMT

ASEAN summit: लाओस में आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ बैठक की. बैठक के बाद ट्रूडो ने कहा कि कुछ मुद्दों को हल करने की जरूरत है. पीएम मोदी के साथ बातचीत के बारे में विस्तार से नहीं बताएंगे. लेकिन कनाडाई लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है और वह इस पर ध्यान देंगे. वहीं, ट्रूडो की टिप्पणी पर भारत ने जवाब देते हुए कहा कि देश को उम्मीद है कि कनाडा की धरती पर भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियों को होने नहीं दिया जाएगा और कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ हिंसा, उग्रवाद और आतंकवाद की वकालत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

इसके साथ ही भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस दावे को खारिज कर दिया कि आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आमने-सामने होने पर कनाडाई लोगों की सुरक्षा पर चर्चा हुई थी. भारत का कहना है कि दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन किया. लेकिन कोई ठोस चर्चा नहीं हुई.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत को उम्मीद है कि कनाडा की धरती पर भारत विरोधी खालिस्तानी गतिविधियों को होने नहीं दिया जाएगा और कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ हिंसा, उग्रवाद और आतंकवाद की वकालत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो अब तक नहीं की गई है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी के साथ ऐसी ताकतों का बढ़ता गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन या सीबीसी न्यूज ने जस्टिन ट्रूडो और पीएम मोदी के साथ बातचीत को "संक्षिप्त आदान-प्रदान" बताया. सीबीसी न्यूज ने ट्रूडो के हवाले से कहा कि मैंने इस बात पर जोर दिया कि हमें कुछ काम करने की जरूरत . लाओस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए ट्रूडो ने कहा कि मैंने जो बात की, उसके बारे में मैं विस्तार से नहीं बताऊंगा. लेकिन मैंने कई बार कहा है कि कनाडाई लोगों की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखना किसी भी कनाडाई सरकार की मूलभूत जिम्मेदारियों में से एक है और मैं इसी पर ध्यान केंद्रित करूंगा.

पीएम मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच संक्षिप्त बातचीत लगभग एक साल बाद हुई, जब कनाडाई पीएम ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की मौत में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था, जो कनाडा में शरण ले रहा था और उसे उस देश में नागरिकता दी गई थी. भारत ने इस बात को खारिज कर दिया है कि संक्षिप्त बातचीत के दौरान ऐसी चर्चाएँ हुई थीं. भारत ने कहा कि भारत कनाडा के साथ संबंधों को महत्व देता है. लेकिन जब तक कनाडा सरकार भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल लोगों और भारत के साथ-साथ कनाडा में भी नफरत, दुष्प्रचार, सांप्रदायिक वैमनस्य और हिंसा को बढ़ावा देने की साजिश रचने वालों के खिलाफ सख्त और सत्यापन योग्य कार्रवाई नहीं करती, तब तक इन्हें सुधारा नहीं जा सकता.

बता दें कि सितंबर में जस्टिन ट्रूडो द्वारा 18 जून, 2023 को सरे शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की "संभावित संलिप्तता" के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं. टिप्पणियां भारत ने 2020 में हरदीप सिंह निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था और जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को "बेतुका" और "प्रेरित" बताते हुए दृढ़ता से खारिज कर दिया था.

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