ट्रंप की 50 फीसद टैरिफ धमकी पर बोला चीन, नहीं झुकेंगे, खतरा और बढ़ा
अमेरिका ने चीन पर 50 फीसद टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है। इन सबके बीच चीन ने स्पष्ट कर दिया है कि वो इस मुद्दे पर झुकने वाले नहीं है।;
Donald Trump Tariffs News: अब दुनिया के मुल्क आर्थिक तौर पर एक दूसरे पर कहीं अधिक निर्भर हैं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि हालात तेजी से और खराब होंगे। टैरिफ के मुद्दे पर चीन और अमेरिका खुलकर एक दूसरे के आमने सामने आ चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी अर्थव्यवस्था के हर एक मर्ज का इलाज टैरिफ में नजर आ रहा है। उनकी तरफ से बयान भी आ रहे हैं। इन सबके बीच डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए साफ कहा है कि यदि 8 अप्रैल तक अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ वापस नहीं लिए गए, तो चीन पर अतिरिक्त 50% टैरिफ लगाया जाएगा। इसके साथ ही, चीन की ओर से प्रस्तावित किसी भी बैठक पर बातचीत को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा।
टैरिफ वॉर की शुरुआत और चीन की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने 2 अप्रैल को चीन समेत 180 देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगा दिया। इस पर ट्रंप ने चीन को दो टूक चेतावनी दी थी।अब चीन ने भी प्रतिक्रिया देते हुए साफ कहा है कि वह अमेरिकी दबाव में नहीं झुकेगा। चीन ने खुद को व्यापार युद्ध के लिए तैयार बताते हुए अमेरिका पर आर्थिक प्रभुत्व और संरक्षणवाद का आरोप लगाया है।
चीन के विदेश मामलों के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा,"अंतर्राष्ट्रीय नियमों को दरकिनार कर अमेरिका को प्राथमिकता देना संरक्षणवाद और आर्थिक दादागिरी का उदाहरण है।"
टैरिफ का असर और संभावित नतीजे
ट्रंप ने 2 अप्रैल को चीन पर 34% टैरिफ लगा दिया था।इस निर्णय के बाद अमेरिका में चीनी आयातों पर कुल टैरिफ दर 54% से अधिक हो गई है।जवाब में, चीन ने शुक्रवार को सभी अमेरिकी उत्पादों पर 34% टैरिफ लगाने का ऐलान किया।साथ ही, दुर्लभ खनिजों के निर्यात और कुछ प्रमुख अमेरिकी कंपनियों पर व्यापार प्रतिबंध की भी घोषणा की गई।इन नए अमेरिकी टैरिफ की दरें 9 अप्रैल से लागू होंगी।
2 अप्रैल को 'अमेरिकी मुक्ति दिवस'
व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में मीडिया से बात करते हुए ट्रंप ने 2 अप्रैल को "अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस" करार दिया था।उन्होंने कहा था,"अब से यह दिन अमेरिकी इंडस्ट्री के पुनर्जन्म और अमेरिका को फिर से संपन्न राष्ट्र बनाने के प्रतीक के रूप में जाना जाएगा।"