यूक्रेन से युद्ध खत्म करने के लिए रूस के पीछे पड़े ट्रंप, 50 दिन का अल्टीमेटम दिया
अमेरिकी राष्ट्रपति बोले, "मैं व्यापार का इस्तेमाल कई चीजों के लिए करता हूं, यह युद्ध निपटाने के लिए बहुत अच्छा है।" उन्होंने रूस को चेताया कि अगर 50 दिनों में यूक्रेन को लेकर समझौता नहीं हुआ तो कड़ा शुल्क लगेगा।;
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (14 जुलाई) को रूस को चेतावनी दी कि अगर 50 दिनों के भीतर यूक्रेन युद्ध को लेकर कोई समझौता नहीं होता, तो अमेरिका रूस पर कड़े व्यापारिक शुल्क (Severe Tariffs) लगाएगा।
AP एजेंसी के अनुसार, ट्रंप ने यह बयान व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में नाटो महासचिव मार्क रुटे के साथ बैठक के दौरान दिया।
ट्रंप ने कहा, "अगर 50 दिनों में कोई समझौता नहीं हुआ तो हम बहुत ही सख्त शुल्क लगाने जा रहे हैं।" हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये शुल्क कैसे लागू किए जाएंगे।
ट्रंप ने आगे कहा, "मैं व्यापार का इस्तेमाल कई चीजों के लिए करता हूं... और यह युद्धों को सुलझाने में बेहद कारगर है।"
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की स्थिति
अपने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने बार-बार दावा किया था कि यदि वे दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो वे रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 घंटे में समाप्त कर सकते हैं।
लेकिन 20 जनवरी को दूसरी बार राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से शांति समझौते की राह लगातार जटिल होती जा रही है, खासकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ट्रंप के बदलते संबंधों के कारण।
व्हाइट हाउस में अपने दूसरे कार्यकाल में ट्रंप का बर्ताव ज़ेलेंस्की और पुतिन, दोनों के प्रति समय के साथ बदलता रहा है।
पुतिन को लेकर रुख सख्त, ज़ेलेंस्की को लेकर नरमी
ट्रंप ने शुरू में पुतिन के प्रति सुलहपूर्ण रवैया अपनाया, जिनके प्रति वे काफी सराहना जाहिर करते रहे हैं। लेकिन हाल के दिनों में ट्रंप पुतिन से नाराज़गी जताते दिखे हैं, खासतौर पर अमेरिका के नेतृत्व में किए जा रहे शांति प्रयासों को लेकर रूस के अड़ियल रुख के कारण।
पहले ट्रंप कहते थे कि रूस यूक्रेन की तुलना में समझौते के लिए ज़्यादा तैयार दिखता है।
मगर फरवरी में ओवल ऑफिस में ज़ेलेंस्की के साथ एक तीखी बातचीत के बाद ट्रंप का रुख बदल गया और अब उन्होंने यूक्रेन को ज़रूरी "पैट्रियट एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम" भेजने का वादा भी किया है, खासकर रूस के तेज़ होते हवाई हमलों के बीच।