भारत, चीन पूर्वी लद्दाख में LAC पर गश्त को लेकर हुए सहमत
विदेश सचिव का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए कज़ान यात्रा से ठीक पहले आया है।
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-10-21 10:14 GMT
India China LAC: भारत और चीन के बीच समबंधो से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. विदेश मंत्रालय के अनुसार वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर गश्त करने को लेकर भारत और चीन के बीच सहमती बनी है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों पक्ष सहमत हो गए हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि गलवान घाटी पर हुए संघर्ष की घटना के चार साल बाद दोनों देशों के बीच सहमती बनी है. ज्ञात रहे कि वर्ष 2020 के गलवान घाटी संघर्ष के बाद भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई थी.
2020 के बाद से बंद हो गयी थी LAC पर गश्त
विदेश मंत्रालय की ओर से सोमवार को जानकारी दी गयी कि दोनों पक्ष LAC पर गश्त को लेकर एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिससे संभावित रूप से क्षेत्र में सैनिकों की वापसी हो सकती है.
विक्रम मिस्री के अनुसार "मैं आपको बता सकता हूं कि पिछले कई हफ्तों से भारतीय और चीनी राजनयिक और सैन्य वार्ताकार एक-दूसरे के निकट संपर्क में हैं. इन चर्चाओं के परिणामस्वरूप, सीमावर्ती क्षेत्रों में एलएसी पर गश्त व्यवस्था पर सहमति बन गई है. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संवाददाताओं से कहा, "2020 में इन क्षेत्रों में उत्पन्न मुद्दों का समाधान और विघटन हुआ है."
2020 में हुआ संघर्ष 40 सालों में सबसे ख़राब
भारत और चीन के बीच 2020 में हुई गलवान घाटी संघर्ष के बाद से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. 2020 के संघर्ष में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे तो चीन के सैनिक भी मारे गए थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से गतिरोध को ख़त्म करने के प्रयास जारी हैं. इस प्रगति में संभावित समाधान के विकल्पों की खोज की जा रही थी, जिसमें दोनों पक्षों की अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति को ध्यान में रखा गया और अरुणाचल प्रदेश में मौजूदा मुद्दों का समाधान किया गया. समाधान के तहत भारतिय सैनिकों के LAC के कुछ पॉइंट्स पर गश्त करने के रस्ते खुल गए हैं, जो 2020 में हुए गतिरोध के बाद बंद हो गए थे.