UNHRC में भारत का हमला, पाकिस्तान अपने ही लोगों पर बम गिरा रहा

भारत ने UNHRC में पाकिस्तान को घेरा, कहा– खैबर पख्तूनख्वा में अपने ही नागरिकों पर बम गिरा रहा है और मंच का दुरुपयोग कर रहा है।

Update: 2025-09-24 06:23 GMT

भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। भारत ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान खैबर पख्तूनख्वा में अपने ही नागरिकों पर बमबारी कर रहा है और साथ ही इस मंच का दुरुपयोग कर नई दिल्ली के खिलाफ “बेसिर-पैर और भड़काऊ” आरोप लगा रहा है।

जेनेवा में चल रहे मानवाधिकार परिषद के 60वें सत्र में भारत के स्थायी मिशन में काउंसलर क्षितिज त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान को भारतीय ज़मीन पर नज़र गड़ाने के बजाय अपनी चरमराती अर्थव्यवस्था और “उत्पीड़न से सने मानवाधिकार रिकॉर्ड” पर ध्यान देना चाहिए।

पाकिस्तान पर तीखा हमला

त्यागी ने कहा, “एक ऐसा प्रतिनिधिमंडल, जो इस परिषद की मूल भावना के विपरीत काम करता है, लगातार भारत के खिलाफ बेबुनियाद और भड़काऊ बयान देकर इस मंच का दुरुपयोग करता आ रहा है। हमारी ज़मीन पर नज़र डालने के बजाय उन्हें अपनी अवैध कब्ज़ाई भारतीय भूमि खाली करनी चाहिए और ध्यान देना चाहिए अपनी गिरती हुई अर्थव्यवस्था पर, सेना-प्रधान राजनीति पर और उत्पीड़न से सने मानवाधिकार रिकॉर्ड पर—शायद तब जब उन्हें आतंकवाद निर्यात करने, UN द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों को शरण देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने से फुर्सत मिले।

उन्होंने जोर देकर कहा कि परिषद को “सार्वभौमिक, निष्पक्ष और गैर-चयनात्मक” बने रहना चाहिए और इसके काम को “राजनीतिकरण से दूर रखते हुए सर्वसम्मति बनाने की दिशा में” केंद्रित करना चाहिए।

चुनिंदा पक्षपात पर चेतावनी

त्यागी ने देश-विशेष जनादेशों (country-specific mandates) पर बढ़ती निर्भरता को लेकर चिंता जताई। उनके अनुसार, यह प्रवृत्ति “पक्षपात और चयनात्मकता की धारणा” को मजबूत करती है और वैश्विक चुनौतियों से ध्यान भटकाती है। उन्होंने कहा, “मानवाधिकारों में स्थायी प्रगति केवल संवाद, सहयोग और क्षमता निर्माण से ही संभव है—वह भी हमेशा संबंधित देश की सहमति से।”

त्यागी ने आगे कहा कि कुछ देशों तक मानवाधिकार बहस को सीमित करने से हम उन साझा और तत्काल चुनौतियों से दूर हो जाते हैं, जिनका सामना पूरी दुनिया कर रही है।

खैबर पख्तूनख्वा में विस्फोट और बमबारी

भारत की यह प्रतिक्रिया खैबर पख्तूनख्वा में हुए ताज़ा धमाकों की रिपोर्टों के बाद आई। वहां एक तालिबान परिसर में हुए विस्फोट में 24 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 10 आम नागरिक शामिल थे।

इसके एक दिन पहले ही पाकिस्तानी वायुसेना ने तिराह घाटी के मत्रे दारा गांव पर बमबारी की थी, जिसमें कम से कम 30 नागरिकों की मौत की खबर है। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी वायुसेना ने चीन निर्मित J-17 लड़ाकू विमान से आठ LS-6 बम गिराए। यह बम लेजर-गाइडेड प्रिसीजन म्यूनिशन थे, जिन्हें रात 2 बजे उस समय गिराया गया जब गांववासी सो रहे थे। स्थानीय लोगों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की प्रांतीय इकाई ने दावा किया कि यही “जेट बमबारी” तिराह घाटी के विस्फोट की वजह बनी।

हालांकि, स्थानीय लोगों ने तबाही के लिए बमबारी को ज़िम्मेदार ठहराया, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि परिसर पर किसी तरह की हवाई कार्रवाई नहीं हुई थी।

Tags:    

Similar News