ईरानी चेतावनी पर इजराइल ने कहा अभी तो ये ट्रेलर था, नहीं माने तो और गंभीर होंगे परिणाम
इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के प्रमुख ने रविवार को यह चेतावनी जारी की, जब ईरान ने कहा कि वह 'आनुपातिक' जवाबी कार्रवाई के लिए अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है।
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-10-28 12:27 GMT
Iran And Israel War : ईरान और इजराइल एक के बार एक दूसरे पर सीधा हमला कर चुके हैं. दोनों ने ही ये भी कहा है कि वो तनाव और बढ़ाना नहीं चाहते लेकिन फिर भी दोनों एक दूसरे को चेतावनी देने से पीछे नहीं हट रहे हैं. जहाँ रविवार दिन में ईरान के सर्वोच्च नेता का बयाना आया तो वहीँ कुछ देर बाद इजराइल ने भी ईरान के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहीं न कहीं ईरान के लिए ये सन्देश दिया कि अभी तो ये ट्रेलर है. दोनों ही देश जहाँ एक ओर तनाव को न बढ़ाने की बात कर रहे हैं तो वहीँ एक दूसरे के प्रति चेतावनी जारी कर कहीं न कहीं स्थिति को तनावपूर्ण बनाये हुए हैं.
इजराइल ने ईरान में अपनी वायुसेना द्वारा "रणनीतिक प्रणालियों" पर हमला करने के कुछ दिनों बाद, तेहरान के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि इस्लामिक गणराज्य ने अशांत क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का विकल्प चुना तो वह "अधिक" नुकसान पहुंचा सकता है.
इजराइल रक्षा बलों ( IDF ) के प्रमुख, चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जई हलेवी ने रविवार को यह चेतावनी जारी की, जब ईरान ने कहा कि वह अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है.
विडियो जारी कर ईरान को दी चेतावनी
एक वीडियो में इजराइल के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हलेवी ने अन्य अधिकारियों को बताया कि शनिवार की सुबह ईरान भर में सैन्य स्थलों पर एक घंटे तक की गई बमबारी से “रणनीतिक प्रणालियों” को नुकसान पहुंचा है.
हलेवी ने विडियो क्लिप में कहा, "हमने अपनी कुछ क्षमताओं का ही उपयोग किया." उन्होंने बताया कि किस प्रकार तेल अवीव ने इजरायल पर ईरान के बड़े पैमाने पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब दिया.
टाइम्स ऑफ इजरायल अखबार ने उनके हवाले से लिखा, "हमारे पास और भी बहुत कुछ करने की क्षमता है. हमने ईरान में रणनीतिक प्रणालियों पर हमला किया है... और अब हम देखेंगे कि चीजें कैसे विकसित होती हैं। हम सभी मोर्चों पर सभी परिदृश्यों के लिए तैयार हैं."
इसके साथ ही इजराइल ने संकेत दिया है कि वह आगे तनाव नहीं बढ़ाना चाहता है, लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि यदि ईरान ने फिर से उसके क्षेत्र पर हमला किया तो वह अधिक आक्रामक कार्रवाई कर सकता है.
अमेरिकी दबाव में इजराइल
इज़रायली मीडिया रिपोर्टों ने पहले चेतावनी दी थी कि ईरानी तेल और परमाणु ठिकानों पर हमला किया जा सकता है. लेकिन इज़रायली नेताओं पर जाहिर तौर पर अपने मुख्य सहयोगी अमेरिका की ओर से इन ठिकानों पर हमला न करने का दबाव था.
लेफ्टिनेंट जनरल हलेवी ने कहा कि ईरानी सैन्य ठिकानों पर हमला एक “स्पष्ट संदेश” था। उन्होंने आगे कहा: “हम जानते हैं कि किसी भी समय, किसी भी स्थान पर किसी भी खतरे तक कैसे पहुंचना है और उसे कैसे नष्ट करना है.”
आईडीएफ ने कहा कि वायु सेना ने विशेष रूप से ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल निर्माण और प्रक्षेपण स्थलों के साथ-साथ वायु रक्षा बैटरियों को निशाना बनाया।