जंग की कगार पर ईरान-इजरायल: खामेनेई ने दी ‘बिना रहम’ की चेतावनी
Middle East conflict: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका देश अब "कोई रहम नहीं करेगा".;
Iran-Israel War: मिडिल ईस्ट में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव अब युद्ध की दहलीज पर पहुंच चुका है. इस दफा न केवल दो देश आमने-सामने हैं, बल्कि अमेरिका जैसी महाशक्ति भी मैदान में कूदने को तैयार दिख रही है. ऐसे में बुधवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ऐलान कर दिया कि "अब रहम नहीं करेंगे!"
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव ने बुधवार को नया मोड़ ले लिया, जब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका देश अब "कोई रहम नहीं करेगा". यह बयान इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा खुलेआम खामेनेई की हत्या की धमकी देने के कुछ ही दिनों बाद आया है. खामेनेई ने X पर लिखा कि हमें आतंकवादी सियोनिस्ट शासन को करारा जवाब देना होगा. हम सियोनिस्टों पर कोई रहम नहीं दिखाएंगे.
ईरान का जवाब
संघर्ष की शुरुआत इजरायल द्वारा ईरान पर एक अप्रत्याशित हमले से हुई, जब तेहरान अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को लेकर बातचीत कर रहा था. पिछले कुछ दिनों में ईरान में सैकड़ों लोग मारे गए हैं. जबकि तेहरान द्वारा दागे गए कई मिसाइल हमलों ने इजरायल की 'आयरन डोम' रक्षा प्रणाली को भेदते हुए कम से कम 24 लोगों की जान ले ली. ईरान ने बुधवार को इजरायल पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला किया. वहीं, बुधवार रात को इजरायली वॉरप्लेन ने तेहरान पर जोरदार बमबारी की.
ट्रंप का अल्टीमेटम
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बघाई ने कहा कि अगर अमेरिका ने हस्तक्षेप किया तो यह पूरे क्षेत्र में जंग का ऐलान होगा. वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेताया है कि अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले की स्थिति में गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. ट्रंप ने कहा कि ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण करना होगा और दावा किया कि अमेरिका को खामेनेई के ठिकाने की जानकारी है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल खामेनेई की हत्या की कोई तत्काल योजना नहीं है.
यूरेनियम प्लांट तबाह
इजरायली सेना ने बुधवार को बताया कि उसने ईरान की यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज बनाने वाली फैक्ट्री और एक मिसाइल निर्माण इकाई पर हमला किया है. इजरायल ने दावा किया कि उसने रातोंरात ईरान की ओर से दागे गए 10 मिसाइलों को मार गिराया. वॉशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, अब तक 585 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 239 आम नागरिक हैं. वहीं, 1,300 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
ईरान की जवाबी कार्रवाई
ईरान ने अब तक करीब 400 मिसाइल और सैकड़ों ड्रोन इज़राइल पर दागे हैं, जिससे वहां भी सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. इजरायल का कहना है कि उसने ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने के लिए यह कार्रवाई की है. इसने ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की और देश भर में ऐसे कई संस्थानों को निशाना बनाया. ईरान परमाणु हथियार से लैस नहीं है, कथित तौर पर 60 प्रतिशत तक यूरेनियम संवर्धन करने वाला एकमात्र देश है, जबकि हथियार बनाने के लिए 90 प्रतिशत संवर्धन की आवश्यकता होती है.
राजधानी से लोगों का पलायन
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद कि लोगों को तेहरान छोड़ देना चाहिए, बुधवार को हजारों लोग राजधानी से बाहर निकलने लगे. इलाके में युद्ध की आशंका अब और गहराती जा रही है. अमेरिका ने भी अतिरिक्त युद्धक विमान क्षेत्र में भेज दिए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह अब इस संघर्ष में शामिल हो सकता है.