युद्ध विराम की अंतरराष्ट्रीय अपील, लेकिन रुक नहीं रहा इजरायल, एयर स्ट्राइक के बाद अब ये तैयारी
आतंकी ग्रुप हिजबुल्लाह को पूरी तरह से खत्म करने के अपने मकसद को लेकर इजरायल लगातार लेबनान पर हवाई हमले कर रहा है. ऐसे हमलों में हिजबुल्लाह के कई टॉप कमांडर मारे जा चुके हैं.
Israel attacks: आतंकी ग्रुप हिजबुल्लाह को पूरी तरह से खत्म करने के अपने मकसद को लेकर इजरायल लगातार लेबनान पर हवाई हमले (एयर स्ट्राइक) कर रहा है. अब तक ऐसे हमलों में हिजबुल्लाह के कई टॉप कमांडर मारे जा चुके हैं. लेकिन इजरायल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मिडिल ईस्ट में बढ़ते इस तनाव को लेकर पूरी दुनिया सकते में है. इसी बीच इजरायल ने लेबनान में जमीनी हमले भी शुरू कर दिए हैं.
सीज फायर के अंतरराष्ट्रीय अपील के बावजूद इजरायल ने घोषणा की है कि उसने दक्षिणी लेबनान में जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं. इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि ये हमले दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए हैं. इजरायल का कहना है कि उनका टारगेट सीमा के करीब के गांवों में है. क्योंकि यहां से उत्तरी इजराइल में इजराइली समुदाय को खतरा पैदा हो रहा है.
बता दें कि शुक्रवार को इजरायल के एयर स्ट्राइक में हिजबुल्लाह का टॉप लीडर हसन नसरल्लाह मारा गया था. इसके बावजूद ईरान समर्थित इस आतंकी ग्रुप के खिलाफ इजरायल का अभियान रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इजराइल ने गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ अपने युद्ध को विराम देते हुए अपना ध्यान लेबनान पर केंद्रित कर दिया है.
आईडीएफ का कहना है कि आईडीएफ जनरल स्टाफ और उत्तरी कमान एक व्यवस्थित योजना के अनुसार काम कर रहा है. इसके लिए आईडीएफ सैनिकों ने हाल के महीनों में ट्रेनिंग आदि की है. इजरायली वायु सेना और आईडीएफ आर्टिलरी क्षेत्र में सैन्य टारगेटों पर हमलों के साथ अब जमीनी हमले की भी बात कर रहे हैं. सेना ने कहा कि ऑपरेशन को मंजूरी दी गई और राजनीतिक क्षेत्र के निर्णय के अनुसार किया गया है. आईडीएफ ने कहा कि परिस्थिति के अनुसार ऑपरेशन 'नॉर्दर्न एरो' जारी रहेगा और गाजा तथा अन्य क्षेत्रों में लड़ाई के साथ चलेगा.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के हमले से कुछ घंटे पहले सोमवार को लेबनान में युद्ध विराम का आह्वान किया था. अमेरिका को उम्मीद है कि इजरायल लेबनान में सीमित जमीनी हमला करेगा. लेकिन उसने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार को एक बड़े और दीर्घकालिक अभियान के खिलाफ आगाह किया है, जिससे ईरान के साथ सीधे टकराव का खतरा है.
इससे पहले सोमवार को इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने उत्तरी इजरायल में स्थानीय परिषद प्रमुखों से कहा था कि लेबनान की दक्षिणी सीमा पर युद्ध का अगला चरण जल्द ही शुरू होगा. योआव गैलेंट ने कहा कि नया अभियान उन इजरायलियों को घर वापस लाने के उद्देश्य से होगा, जो लगभग एक साल के सीमा युद्ध के दौरान हिजबुल्लाह के रॉकेटों से भाग गए हैं.
लेबनान सरकार के अनुसार, इजरायल के दो सप्ताह तक चले हवाई हमले में कई हिज़्बुल्लाह कमांडर मारे गए हैं. हालांकि, लगभग 1,000 नागरिक भी मारे गए और दस लाख लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र, पूर्वी बेका घाटी और बेरूत पर इजरायली हमलों में कम से कम 95 लोग मारे गए और 172 घायल हो गए.
आईडीएफ ने उत्तरी इज़राइल में तीन क्षेत्रों मेटुला, मिसगाव अम और केफ़र गिलाडी को "बंद सैन्य क्षेत्र" घोषित किया, जो संभावित ऑपरेशन का एक और संकेत है. इस बीच लेबनान की राज्य समाचार एजेंसी एनएनए ने सीमा पार से इजरायली गोलाबारी की सूचना दी. नसरल्लाह के डिप्टी नईम कासिम ने सोमवार को कहा कि ग्रुप इजरायल के खिलाफ जमीन पर लड़ने के लिए तैयार है. वहीं, पेंटागन ने कहा कि अमेरिका इजरायल की रक्षा को मजबूत करने और ईरानी रिएक्शन को रोकने के लिए मिडिल ईस्ट में कुछ हज़ार और सैनिकों को तैनात कर रहा है.