पाकिस्तानी तालिबान ने आसिम मुनीर को दी चुनौती दी- ‘अगर मर्द हो तो हमारा सामना करो’
टीटीपी की बढ़ती गतिविधियों ने अन्य हथियारबंद समूहों को भी प्रोत्साहित किया है, जिससे पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को खतरा बढ़ रहा है और सेना पर दबाव बढ़ रहा है। लेकिन मुनीर अभी भी भारत को धमकाने में लगे हुए हैं।
पाकिस्तानी सेना के फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नति के कुछ महीने बाद और भारत के खिलाफ अपनी तीखी टिप्पणियों के बीच व इस्लामाबाद और काबुल के बीच जारी तनाव के बीच आसिम मुनीर को इस बार एक नए संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस बार यह संकट उनके अपने देश के भीतर सक्रिय आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) की तरफ से आया है। हाल ही में टीटीपी ने कई वीडियो जारी किए हैं, जिनमें उसके शीर्ष कमांडर मुनीर को खुलेआम धमकी देते हुए दिखाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टीटीपी के एक नेता ने फील्ड मार्शल को चेतावनी दी है कि पाक सेना को सैनिकों को जान गंवाने के लिए भेजने की बजाय अपने शीर्ष अधिकारियों को ही युद्धभूमि पर सामने आना चाहिए।
इन वीडियो में अक्टूबर 8 को पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में पाक सैनिकों पर हुए घातक हमले की भी झलक दिखायी गई है। टीटीपी का दावा है कि इस हमले में 22 पाक सैनिक मारे गए, जबकि पाक सरकार ने 11 सैनिकों की मौत की पुष्टि की है। इस हमले में एक मेजर और एक लेफ्टिनेंट कर्नल भी शहीद हुए थे। वीडियो में कब्जा किए गए हथियार और वाहनों को भी दिखाया गया है।
‘मां का दूध पीया हो तो हमसे लोहा लो’
रिपोर्ट में बताया गया है कि एक क्लिप में टीटीपी के वरिष्ठ कमांडर काजिम, जिन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने जिम्मेदार ठहराया है, कैमरे के सामने कहते नजर आते हैं, “अगर आप मर्द हो तो हमारा सामना करो।” वह कहते हैं, “मां का दूध पिया हो तो हमसे लड़ो।”
काजिम के सिर पर 10 करोड़ का इनाम
खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने 21 अक्टूबर को काजिम के सिर पर 10 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का इनाम घोषित किया है। काजिम इसी कुर्रम जिले का रहने वाला है और माना जाता है कि वह 8 अक्टूबर की हत्याओं में शामिल था।
पाकिस्तान-अफगान सीमा पर बढ़ता तनाव
टीटीपी के धमकी भरे वीडियो ऐसे समय सामने आए हैं, जब पाकिस्तान और तालिबान-सरकार वाले अफगानिस्तान के बीच सीमा पर झड़पें और हवाई हमले हुए, जिनमें कई लोग मारे गए। इसके बाद कतर और तुर्की जैसी मध्यस्थ देशों की पहल पर तुरंत युद्धविराम हुआ। पाकिस्तान सरकार ने इस संघर्ष की जिम्मेदारी अफगानिस्तान पर डाली है और कहा है कि वार्ता की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि अफगान सरकार उन हथियारबंद समूहों पर नियंत्रण कैसे रखती है, जो पाकिस्तान को निशाना बना रहे हैं।
पाक मीडिया के अनुसार, टीटीपी की बढ़ती गतिविधियों ने अन्य हथियारबंद समूहों को भी प्रोत्साहित किया है, जिससे पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को खतरा बढ़ रहा है और सेना पर दबाव बढ़ रहा है। लेकिन मुनीर अभी भी भारत को धमकाने में लगे हुए हैं। 18 अक्टूबर को एबटाबाद पाक मिलिट्री अकादमी में दिए गए एक बयान में मुनीर ने कहा कि अगर ‘प्रॉक्सी’ यानी हवाई ताकतें पाकिस्तान को निशाना बनाना जारी रखती हैं तो पाकिस्तान ‘जबरदस्त’ जवाब देगा। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भारत और अफगान तालिबान की ओर इशारा करते हुए कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान में आतंकवाद बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है।