पाकिस्तानी रक्षा मंत्री का बड़ा दावा, भारत इस इलाके पर कर सकता है अटैक
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बताया कि भारत किस इलाके में हमला कर सकता है। उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर कार्रवाई की संभावना है जिसका हम माकूल जवाब देंगे।;
India Pakistan Tension: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर कभी भी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। यह बयान उस वक्त आया है जब पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 25 भारतीय नागरिक शामिल थे।
ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से कहा, “रिपोर्टें बता रही हैं कि भारत कभी भी एलओसी के किसी भी हिस्से में हमला कर सकता है। नई दिल्ली को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।” यह बयान समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से सामने आया है।
आसिफ ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, “ऐसी जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस हमले में भारत स्वयं या कोई आंतरिक समूह शामिल था अथवा नहीं। इससे नई दिल्ली के बेबुनियाद आरोपों की सच्चाई भी उजागर हो जाएगी।”
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के किसी केंद्रीय मंत्री ने पहलगाम हमले के बाद भारत की ओर से संभावित सैन्य कार्रवाई की आशंका जताई है। इससे पहले पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ता तारड़ ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगले 24-36 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि भारत की ओर से हमला हो सकता है। हालांकि, वह समय निकल गया और भारत की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस बीच, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद आसिम मुनिर ने भी सोमवार को अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान अपनी "राष्ट्रीय प्रतिष्ठा और जनता की समृद्धि" की रक्षा के लिए पूरी ताकत से जवाब देगा।
भारत-पाक तनाव: पहलगाम आतंकी हमले के बाद रिश्तों में कड़वाहट
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में भारी गिरावट आई है।हमले के ठीक अगले दिन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए — जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी में एकमात्र संचालित भूमि सीमा चौकी को बंद करना, और कूटनीतिक संबंधों को घटाना शामिल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा कि भारत आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ “कड़ा और निर्णायक” कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने देश की सेना को इस हमले के जवाब में कार्रवाई के तरीके, लक्ष्य और समय तय करने की “पूरी परिचालन स्वतंत्रता” देने की बात कही।