पाकिस्तान को फिर हिला गया धरती का कंपन, दो दिन में दो झटके
पाकिस्तान में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए। रविवार को 4.8 तीव्रता का भूकंप आया। गहराई 10 किमी रही, पर जनहानि की खबर नहीं।;
Pakistan Earthquake News: पाकिस्तान एक बार फिर भूकंप के झटकों से दहल उठा। रविवार तड़के आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इसका केंद्र सतह से मात्र 10 किलोमीटर की गहराई में था, जो इसे और अधिक खतरनाक बनाता है। हालांकि, इस झटके से किसी प्रकार की जनहानि या नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
शनिवार को भी महसूस हुए थे झटके
इससे पहले शनिवार को भी पाकिस्तान के कई हिस्सों खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और राजधानी इस्लामाबाद में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के झटकों के बाद लोगों में दहशत फैल गई थी और कई स्थानों पर लोग घरों से बाहर निकल आए थे। लगातार दो दिनों में भूकंप आने से लोगों में डर और सतर्कता दोनों बढ़ गई है।
क्यों आते हैं पाकिस्तान में बार-बार भूकंप?
पाकिस्तान भूकंप की दृष्टि से विश्व के सबसे सक्रिय देशों में से एक माना जाता है। इसकी प्रमुख वजह है यहाँ मौजूद भूगर्भीय संरचना। देश में कई सक्रिय फॉल्ट लाइनें मौजूद हैं, जैसे कि मुख्य केंद्रीय थ्रस्ट, जो पाकिस्तान को यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के बीच संघर्ष क्षेत्र बना देता है।
खासकर बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगिट-बाल्टिस्तान जैसे प्रांत यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी किनारे पर स्थित हैं, जिससे यहाँ बार-बार भूकंप आते रहते हैं। इन क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति इन्हें भूकंप के लिहाज से उच्च जोखिम वाला बनाती है।
पंजाब प्रांत भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है, जो भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। वहीं, सिंध प्रांत अपेक्षाकृत कम संवेदनशील जरूर है, लेकिन अपनी भू-स्थिति के कारण वह भी खतरे से अछूता नहीं है।
उथले भूकंप अधिक खतरनाक
कम गहराई वाले भूकंप, जिन्हें उथला भूकंप कहा जाता है, ज़्यादा खतरनाक होते हैं क्योंकि इनकी तरंगें सतह तक जल्दी और ज़ोर से पहुंचती हैं। इससे जमीन अधिक कंपन करती है, जिससे इमारतों को भारी नुकसान और जान-माल की हानि की आशंका बढ़ जाती है।
वैश्विक स्तर पर भी भूकंप की चेतावनी
पाकिस्तान में भूकंप की घटनाएं उस वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भी चिंता बढ़ा रही हैं, जहाँ हाल ही में रूस के कामचटका प्रांत में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया था। इसके चलते समुद्र में सुनामी उठी, जिसने जापान से लेकर अमेरिका के पश्चिमी तट तक तबाही मचाई। हवाई द्वीपों से टकराई 10 मीटर ऊंची लहरों ने खतरे का स्तर और अधिक बढ़ा दिया था। जापान में करीब 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
लगातार आ रहे भूकंप यह संकेत दे रहे हैं कि पाकिस्तान को अपनी आपदा प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता है। साथ ही, संवेदनशील इलाकों में लोगों को जागरूक और सतर्क बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।