भारत की देखा-देखी कर चांद पर तो जा रहा पाकिस्तान, लेकिन...
पाकिस्तान ने अपने इस मिशन का नाम आईक्यूब-क्यू (iCUBE-Q) रखा है और यह चीन के चांग ई-6 मिशन के साथ लॉन्च किया गया.
Pakistan Space Program: हर बात पर भारत से तुलना करने वाला पाकिस्तान अंतरिक्ष अभियान में काफी पीछे है. भारत पिछले साल चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है. उसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रूव पर चंद्रयान-3 उतारा था और इस जगह पर उतर कर कारनामा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है. हालांकि, पाकिस्तान भारत के इस कारनामें से इतना जल-भून गया कि अब उसने भी चांद पर उतरने की ठान ली है. हालांकि, वह चांद पर खुद नहीं, बल्कि चीन के सहयोग से पहुंचा है.
पाकिस्तान चांद पर जाने की तैयारी तो कर रहा था, लेकिन उसके पास कोई साधन नहीं है. ऐसे में वह चीन के रॉकेट में बैठकर चांद पर गया. पाकिस्तान ने अपने इस मिशन का नाम आईक्यूब-क्यू (iCUBE-Q) रखा है और यह चीन के चांग ई-6 मिशन के साथ लॉन्च किया गया. 8 मई को चांग'ए-6 अंतरिक्ष यान से प्रक्षेपित किया गया, जो चंद्रमा के सुदूर भाग से नमूने एकत्र करने के मिशन पर है. इस सैटेलाइट को इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (IST) ने चीन की शंघाई यूनिवर्सिटी और पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी सुपारको के सहयोग से विकसित किया है.
हालांकि, पाकिस्तान का यह उपकरण चांद पर नहीं उतरेगा, बल्कि उसके आर्बिट में ही रह जाएगा. आईक्यूब-क्यू में चंद्रमा के सतह की तस्वीर खींचने के लिए दो ऑप्टिकल कैमरे लगे हैं.
चीन का चांग ई-6 मिशन
वैसे तो चीन धरती से न दिखाई देने वाले चांद के हिस्से में पहले भीव उतर चुका है. लेकिन ई-6 मिशन वहां से चट्टान और मिट्टी के नमूने लेकर आएगा और ऐसा करने वाला चीन दुनिया का पहला देश बन जाएगा. यह मिशन 3 मई को लॉन्च हो चुका है और स्पेस में 53 दिन की यात्रा के बाद यह 2 किलो नमूनों को चांद से धरती पर लाएगा.