मालदीव को 565 मिलियन डॉलर की ऋण सहायता देगा भारत, माले में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की
पीएम मोदी मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। खास बात यह भी है कि भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष भी इस वर्ष पूरे हो रहे हैं।;
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने शुक्रवार (25 जुलाई) को माले में एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान घोषणा की कि भारत ने मालदीव को 565 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट (LoC) प्रदान की है। साथ ही, भारत और मालदीव के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए बातचीत की शुरुआत का भी ऐलान किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने मालदीव को 565 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट प्रदान करने का निर्णय लिया है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत द्वारा वित्त पोषित LoC पर मालदीव की वार्षिक ऋण पुनर्भुगतान बाध्यता को कम करने का निर्णय भी लिया गया है।
भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर दोनों देशों ने संयुक्त रूप से एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।
'भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है' – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत, मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है। भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट नीति’ और ‘महासागर’ विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद मित्र होने पर गर्व है।”
उन्होंने आगे कहा, “चाहे संकट हो या महामारी, भारत ने हमेशा मालदीव के साथ पहले प्रतिक्रिया देने वाले देश के रूप में खड़ा होकर मदद की है। जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति हो या COVID के बाद की आर्थिक स्थितियों से निपटना, भारत ने हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर साथ काम किया है।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस वर्ष भारत और मालदीव अपने राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, और दोनों देशों के रिश्ते “इतिहास से भी पुराने और समुद्र जितने गहरे” हैं।
मुइज़्ज़ू ने FTA वार्ता को ‘ऐतिहासिक पहल’ बताया
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा दो खास अवसरों के साथ मेल खा रही है।
उन्होंने कहा, “कल प्रधानमंत्री मोदी मेरे साथ मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगे। आज हमने दोनों देशों के औपचारिक राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। दोपहर में प्रधानमंत्री मोदी और मैंने व्यापक चर्चा की।”
राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने बताया कि “प्रधानमंत्री मोदी और मैंने चार MoUs और तीन समझौतों पर हस्ताक्षर होते देखे। इनमें 565 मिलियन डॉलर की ऋण सहायता का समझौता भी शामिल है, जिसका उपयोग मेरी सरकार द्वारा प्रमुख क्षेत्रों में प्राथमिक परियोजनाओं के लिए किया जाएगा।”
इससे पहले मालद्वी पहुंचने पर पीएम मोदी को माले के रिपब्लिक स्क्वायर में गॉर्ड ऑफ ऑनर (औपचारिक सैन्य स्वागत) दिया गया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने खुद इस समारोह में हिस्सा लिया।
पीएम मोदी मालदीव की 60वीं स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने गए हैं। महत्वपूर्ण संयोग यह भी है कि भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 वर्ष भी इस वर्ष पूरे हो रहे हैं।
पीएम मोदी को 21 तोपों की सलामी दी गई और भारत और मालदीव के राष्ट्रीय गान रिपब्लिक स्क्वायर पर बजाए गए। जबकि रक्षा मंत्रालय की इमारत पर भी पीएम मोदी की बड़ी तस्वीर लगाई गई थी।
प्रधानमंत्री ने भारतीय प्रवासी समुदाय से मुलाकात की और कहा, “भारत और मालदीव के बीच मित्रता को आगे बढ़ाने में प्रवासी भारतीयों की अहम भूमिका है। उनके गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद।”
द्विपक्षीय वार्ता और विकास परियोजनाएं
पीएम मोदी मालदीव के राष्ट्रपति मुज्जू के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। भारत-प्रायोजित विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। यह राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में पहली बार किसी राष्ट्राध्यक्ष की मेजबानी है।
यह दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि हालिया महीनों में भारत और मालदीव के रिश्तों में कुछ खटास आ गई थी, और यह यात्रा रिश्तों की नई शुरुआत के रूप में देखी जा रही है।