अगले महीने यूक्रेन यात्रा पर जायेंगे पीएम मोदी ! राष्ट्रपति जेलेंसकी से होगी मुलाकात

बताया जा रहा है कि पीएम मोदी अगले महीने यानी अगस्त के आखिरी सप्ताह में यूक्रेन की यात्रा पर जा सकते हैं. बता दें कि वर्ष 2022 में जबसे यूक्रेन और रूस युद्ध शुरू हुआ है, उसके बाद से पीएम् मोदी की ये पहली यूक्रेन यात्रा होगी.

Update: 2024-07-27 03:41 GMT

PM Modi Ukraine Visit: रूस यात्रा करने के बाद अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन की यात्रा करने वाले हैं. बताया जा रहा है कि पीएम मोदी अगले महीने यानी अगस्त के आखिरी सप्ताह में यूक्रेन की यात्रा पर जा सकते हैं. बता दें कि वर्ष 2022 में जबसे यूक्रेन और रूस युद्ध शुरू हुआ है, उसके बाद से पीएम् मोदी की ये पहली यूक्रेन यात्रा होगी. पीएम मोदी ने 8 जुलाई को रूस यात्रा की थी और उस यात्रा में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जंग पर विराम लगाने की बात कही थी.


जी 7 में हुई थी यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंसकी की मुलाकात जून 2024 में इटली में आयोजित हुए जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. दोनों नेताओं ने गले लगकर गर्मजोशी से एकदूसरे का स्वागत किया था. जेलेंस्की ने मोदी को 2024 का लोकसभा चुनवा जीतने और लगातार तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी.

यूक्रेन यात्रा से भारत को लेकर क्या रह सकती है प्रतिक्रिया
ये गौर करने वाली बात है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी महीने रूस की यात्रा की और रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने उनका बेहद ही गर्मजोशी से स्वागत किया. मोदी की इस यात्रा से अमेरिका ने निराशा व्यक्त की, जिसका ज़िक्र अमेरिका की तरफ से अलग अलग स्तर पर किया गया. खासतौर से इसलिए भी कि मोदी और पुतिन के मिलने की ये टाइमिंग अमेरिका में आयोजित नाटो देशों के बैठक के साथ ही थी. भारत ये स्पष्ट कर चुका है कि रूस उसका स्वाभाविक मित्र है और दोनों देशों का रिश्ता बेहद पुराना है.
इसके साथ ही भारत के प्रधानमन्त्री मोदी ने रूस के दौरे पर पुतिन से उनके आवास पर मुलाक़ात के दौरान ये कहा था कि अब रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग पर विराम लगना चाहिए. उन्होंने पुतिन से कहा था कि आज अक युग युद्ध का युग नहीं है.
अब जब मोदी यूक्रेन यात्रा पर जायेंगे तो ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं न कहीं इस यात्रा से अमेरिका और अन्य यूरोपियन देश जो रूस के खिलाफ हैं, वो कहीं न कहीं भारत की रूस यात्रा के बाद से अपने रुख में कुछ बदलाव जरुर करेंगे. वहीँ अगर रूस की बात करें तो रूस की तरफ से कोई ऐसे प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद नहीं है, जो नकारात्मक हो, क्योंकि मोदी पहले ही रूस से युद्ध पर विराम लगाने की अपील कर चुके हैं.


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