पोप फ्रांसिस का कौन होगा उत्तराधिकारी, ये हैं कुछ संभावित नाम
137 कार्डिनल्स नए पोप का चुनाव करने के लिए बैठक कर रहे हैं, इस बात को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगला पोप कौन होगा; पोप पद की दौड़ में साज़िशों का दौर जारी है;
Who will be next Pope: पोप फ्रांसिस के निधन से पूरी दुनिया के कैथोलिक समुदाय में शोक की लहर फैल गई है। जैसे ही उनके अंतिम संस्कार की तैयारियाँ शुरू हुईं, वेटिकन के ‘कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स’ की ओर अब सबकी निगाहें टिक गई हैं, जो एक गुप्त बैठक यानी ‘कॉन्क्लेव’ में नए पोप का चुनाव करेगा।
कॉन्क्लेव की प्रक्रिया और परंपरा
21 अप्रैल 2025 तक कुल 252 कार्डिनल्स हैं, जिनमें से 137 कार्डिनल्स 80 वर्ष से कम उम्र के हैं और पोप चुनाव में मतदान के पात्र हैं। इनमें चार कार्डिनल्स भारत से हैं। पोप के अंतिम संस्कार के 15 से 20 दिन बाद यह कॉन्क्लेव सिस्टीन चैपल में आयोजित होगा, जहाँ गोपनीय शपथ के साथ वोटिंग की जाएगी। दो-तिहाई बहुमत मिलने तक वोटिंग जारी रहेगी, और सफेद धुआं नए पोप के चुने जाने का संकेत होगा।
पोप फ्रांसिस, जो पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे, ने समावेशिता, सामाजिक न्याय और धर्मों के बीच संवाद को बढ़ावा देते हुए एक प्रगतिशील विरासत छोड़ी है। अब सवाल यह है कि क्या अगला पोप उनकी राह पर चलेगा या चर्च को एक बार फिर रूढ़िवादी दिशा में ले जाएगा।
पोप बनने के संभावित दावेदार (Papabile)
1. कार्डिनल लुइस अंतोनियो टैगले (67), फिलीपींस
इन्हें अक्सर "एशियाई फ्रांसिस" कहा जाता है। उन्होंने चर्च में गरीबों, LGBTQ+ समुदाय, तलाकशुदा कैथोलिकों और अविवाहित माताओं के प्रति सहानुभूति दिखाई है। उनका करिश्मा और मिशनरी दृष्टिकोण उन्हें मजबूत उम्मीदवार बनाते हैं, हालांकि इतालवी भाषा में उनकी कमजोरी बाधा बन सकती है।
2. कार्डिनल मत्तेओ ज़ुप्पी (69), इटली
बोलोग्ना के आर्चबिशप और इटली के बिशप सम्मेलन के अध्यक्ष ज़ुप्पी को "सड़क के पादरी" के रूप में जाना जाता है। उन्होंने मोज़ाम्बिक और रूस-यूक्रेन संघर्षों में शांति प्रयासों का नेतृत्व किया। वे समलैंगिक जोड़ों और धार्मिक संवाद को लेकर फ्रांसिस के जैसे दृष्टिकोण रखते हैं।
3. कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन (70), वेटिकन
वेटिकन के सचिव-ऑफ-स्टेट पारोलिन एक अनुभवी राजनयिक हैं। वे चर्च में क्लेरिकलिज्म के खिलाफ हैं और वैश्विक प्रशासनिक अनुभव रखते हैं। हालांकि कुछ उन्हें वेटिकन की पुरानी नौकरशाही से जुड़ा हुआ मानते हैं।
रूढ़िवादी खेमे के दावेदार
1. कार्डिनल रॉबर्ट सराह (79), गिनी
वेटिकन के पुराने चेहरे सराह ने कई प्रगतिशील नीतियों, जैसे कि प्रोटेस्टेंट्स को यूखरिस्ट देने, का विरोध किया है। उनकी पारंपरिक सोच कुछ को पसंद आ सकती है, लेकिन उम्र और 2013 में चूक उन्हें कमजोर उम्मीदवार बनाते हैं।
2. कार्डिनल पीटर एर्डो (72), हंगरी
कंज़र्वेटिव माने जाने वाले एर्डो ने फ्रांसिस की टीम से अच्छे संबंध बनाए रखे हैं, जिससे वे समझौता उम्मीदवार बन सकते हैं। लेकिन उनकी इतालवी भाषा की कमजोरी उनके खिलाफ जा सकती है।
युवा और प्रगतिशील उम्मीदवार
1. कार्डिनल जीन-क्लॉड हॉलरिच (66), लक्ज़मबर्ग
2. कार्डिनल मारियो अवेलीन (56), फ्रांस
दोनों उम्मीदवार युवा और फ्रांसिस समर्थक माने जाते हैं। एशियाई कार्डिनल्स, जो अब चुनाव में लगभग एक-चौथाई हो चुके हैं, टैगले जैसे उम्मीदवार के लिए जोर लगा सकते हैं।
क्या फिर प्रगतिशील पोप चुना जाएगा?
यूरोप में अभी भी अधिकतर वोटिंग कार्डिनल्स हैं, लेकिन कैथोलिक चर्च का फोकस अब एशिया और अफ्रीका की ओर खिसक रहा है, जहाँ ईसाई धर्म तेजी से फैल रहा है। फ्रांसिस ने जिन 137 मतदाताओं में से 108 को खुद नियुक्त किया था, इससे प्रगतिशील उत्तराधिकारी की संभावना तो बढ़ जाती है, लेकिन कोई गारंटी नहीं।
22 अप्रैल 2025 को कार्डिनल्स ने फ्रांसिस के अंतिम संस्कार की योजना बनाने के लिए बैठक की, जिसमें दुनिया भर के नेता शामिल होने वाले हैं। नोवेंडियालेस (नौ दिनों का शोक काल) के बाद कॉन्क्लेव शुरू होगा।
हालांकि सोशल मीडिया पर संभावित उम्मीदवारों को लेकर अटकलें तेज हैं, लेकिन कॉन्क्लेव की गोपनीयता इसे रहस्यमयी बनाती है। अगला पोप फ्रांसिस की विरासत, आधुनिक दुनिया की चुनौतियों और संस्कृति के बदलावों के बीच चर्च की दिशा तय करेगा। चाहे टैगले हों, ज़ुप्पी, पारोलिन या कोई अप्रत्याशित चेहरा—यह चुनाव निश्चित रूप से कैथोलिक चर्च के भविष्य को आकार देगा।