बोंडी बीच फायरिंग: 'रेस्तरां में छिपकर खुद को बचाया', बोले इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन
Sydney attack: जिस समय यह हमला हुआ, उस वक्त इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट कप्तान माइकल वॉन उस समय इलाके में एक रेस्तरां में मौजूद थे।
Bondi Beach terrorist attack: सिडनी के प्रसिद्ध बोंडी बीच पर रविवार शाम हुए आतंकवादी हमले ने पूरे ऑस्ट्रेलिया और दुनिया को हिला कर रख दिया। यह हमला यहूदी समुदाय के हनुक्का फेस्टिवल को निशाना बनाकर किया गया। इस दर्दनाक घटना में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 13 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, जिस समय यह हमला हुआ, उस वक्त इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट कप्तान माइकल वॉन उस समय इलाके में एक रेस्तरां में मौजूद थे। उन्होंने अपने अनुभव को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि बोंडी में रेस्तरां में लॉक होना डरावना था। अब सुरक्षित घर पहुंच गया हूं।
माइकल वॉन ने आगे लिखा कि आपातकालीन सेवाओं और उस व्यक्ति को धन्यवाद, जिसने आतंकवादी का सामना किया। प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। हमले के दौरान एक नागरिक ने हिम्मत दिखाई और हमलावर को पीछे से पकड़कर उसकी बंदूक छीन ली। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें देखा जा सकता है कि शूटर को कंट्रोल करने वाला व्यक्ति उसकी बंदूक अपने हाथ में लेकर उसे रोकने में सफल हुआ।
आतंकवादी घटना करार
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस और न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर क्रिस मिन्स ने इस हमले को आतंकवादी हमला बताया है। पुलिस के अनुसार, हमले के समय हनुक्का फेस्टिवल में लगभग 1,000 लोग मौजूद थे। घटना स्थल से एक वाहन भी बरामद किया गया है, जिसमें इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने दो हमलावरों की पहचान कर ली है और तीसरे संदिग्ध की भूमिका की जांच चल रही है। अधिकारियों ने जनता से संयम बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की अपील की है।
मीडिया में सामने आए भयावह दृश्य
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के हवाई दृश्यों में बोंडी बीच पर ढके हुए शव, घायलों का इलाज करते आपातकालीन कर्मचारी और भारी पुलिस बल दिखाई दिए। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इस घटना को "चौंकाने वाला और बेहद पीड़ादायक" बताते हुए कहा कि प्राथमिकता लोगों की जान बचाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने इस हमले की निंदा की और ऑस्ट्रेलिया में बढ़ते यहूदी-विरोधी माहौल को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि चेतावनियों को लंबे समय तक नजरअंदाज किए जाने का परिणाम यह भयावह हमला है।