बॉन्डी बीच शूटिंग: कौन हैं नवीद और साजिद अकरम? पिता-पुत्र पर 15 की हत्या का आरोप
Sydney terrorist attack: यह हमला उस समय हुआ, जब दोनों ने कैंपबेल परेड के पास एक पैदल पुल से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। उस वक्त समुद्र तट पर स्थानीय लोग, पर्यटक और ‘चानुका बाय द सी’ उत्सव में शामिल लोग मौजूद थे।
Bondi Beach shooting: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बॉन्डी बीच पर यहूदी समुदाय को निशाना बनाकर किए गए गोलीकांड के दोनों हमलावरों की पहचान पिता-पुत्र के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, हमलावरों के नाम 24 वर्षीय नवीद अकरम और उसके पिता 50 वर्षीय साजिद अकरम हैं। इस हमले में एक बच्चे समेत 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने इस नरसंहार को आतंकी हमला बताया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 24 वर्षीय नवीद अकरम को घटनास्थल से हिरासत में लेकर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है और वह पुलिस निगरानी में है। उसके पिता साजिद अकरम, जो पेशे से फल विक्रेता थे, गोलीबारी के दौरान मारे गए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमले से पहले दोनों ने परिजनों से कहा था कि वे जर्विस बे में सप्ताहांत मछली पकड़ने जा रहे हैं।
यह हमला रविवार को उस समय हुआ, जब दोनों ने कैंपबेल परेड के पास एक पैदल पुल से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। उस वक्त समुद्र तट पर स्थानीय लोग, पर्यटक और ‘चानुका बाय द सी’ उत्सव में शामिल लोग मौजूद थे। चश्मदीदों ने तेज धमाकों की आवाजें, घायल लोगों और जान बचाने के लिए भागते बीच पर मौजूद लोगों का मंजर बताया।
घटना के दौरान अहमद नामक एक आम नागरिक ने साहस दिखाते हुए एक हमलावर को काबू में कर उसका हथियार छीन लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह कार के पीछे छिपा, फिर हमलावर के पास जाकर उससे भिड़ गया और हथियार छीनकर उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया, जब तक कि पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं कर लिया। दूसरे हमलावर साजिद अकरम को पुलिस ने मौके पर ही गोली मार दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह जांच की जा रही है कि दोनों को अत्याधुनिक हथियार कैसे मिले और क्या इस हमले में कोई और भी शामिल था। पुलिस ने हमलावरों की गाड़ी से तात्कालिक विस्फोटक उपकरण (IED) भी बरामद किए हैं। इसके अलावा सिडनी के कई इलाकों में छापेमारी की गई, जिनमें बोनिरिग में स्थित नावीद अकरम का घर भी शामिल है।
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “यहूदी-विरोधी बुराई का कृत्य” बताया। उन्होंने ऐसे हिंसक कृत्यों को जड़ से खत्म करने का संकल्प दोहराया और देश की एकता पर जोर देते हुए ऑस्ट्रेलिया के यहूदी समुदाय के प्रति समर्थन व्यक्त किया।