पुतिन की भारत यात्रा: पीएम मोदी के साथ डिनर, रक्षा और व्यापार चर्चा प्रमुख
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज से दो दिन के दौरे पर भारत में, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुरमु से मुलाकात, रक्षा, व्यापार और ऊर्जा सहयोग चर्चा में।
By : The Federal
Update: 2025-12-04 03:14 GMT
Putin's Two Day India Visit : रूसी राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन आज से दो दिन के लिए भारत दौरे पर हैं। यह उनका यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पहला भारत दौरा है। गुरुवार शाम पुतिन नई दिल्ली पहुंचेंगे, जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित निजी डिनर में शामिल होंगे। यह अनौपचारिक डिनर दोनों नेताओं को शिखर सम्मेलन से पहले बातचीत का अवसर देगा। यह पहल पुतिन द्वारा जुलाई 2024 में मॉस्को में किए गए समान निमंत्रण का प्रत्युत्तर है।
औपचारिक कार्यक्रम
शुक्रवार सुबह पुतिन का सांस्कृतिक स्वागत समारोह होगा, इसके बाद वे राजघाट जाएंगे और महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद राजधानी में हैदराबाद हाउस में 23वां भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित होगा। शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी वर्किंग लंच भी आयोजित करेंगे।
राष्ट्रपति पुतिन इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात करेंगे।
प्रमुख चर्चा विषय
रक्षा सहयोग: भारत पेंडिंग मिलिट्री हार्डवेयर की तेज डिलीवरी की मांग कर सकता है। S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के तीन स्क्वाड्रन पहले ही वितरित हो चुके हैं, और बाकी दो अगले साल तक मिलने की उम्मीद है।
Su-57 और अन्य जेट्स: क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने कहा कि भारत Su-57 फाइटर जेट में रुचि रखता है। भारत अन्य पाँचवीं पीढ़ी के जेट्स जैसे राफेल, F-21, F/A-18 और Eurofighter Typhoon भी खरीदने पर विचार कर रहा है।
ऊर्जा सुरक्षा: अमेरिका के प्रतिबंधों के कारण रूस से भारत के कच्चे तेल आयात पर असर होगा। रूस लगातार सप्लाई बनाए रखने का प्रयास कर रहा है।
आर्थिक सहयोग: पुतिन और मोदी द्विपक्षीय व्यापार को $68 बिलियन से बढ़ाकर 2030 तक $100 बिलियन करने पर चर्चा करेंगे। दोनों देशों की मुद्रा में लेन-देन की प्रणालियों में सुधार और US प्रतिबंधों से व्यापार सुरक्षित करने के उपाय भी शिखर सम्मेलन का हिस्सा होंगे।
नवाचार और औद्योगिक सहयोग: औद्योगिक परियोजनाओं, नवाचार तकनीक, परिवहन, शांतिपूर्ण अंतरिक्ष अन्वेषण, खनन, स्वास्थ्य और श्रम प्रवासन कार्यक्रमों पर चर्चा होगी।
छोटे मॉड्यूलर रिएक्टर: ऊर्जा क्षेत्र में नई तकनीकों और समझौतों की संभावनाएं।
समझौते और साझेदारी
भारत के श्रमिकों के रूस में आंदोलन को सुगम बनाने वाला समझौता।
भारत और यूरासियन इकोनॉमिक यूनियन के बीच संभावित मुक्त व्यापार समझौता।
भू-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
पुतिन का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत-अमेरिका संबंधों में कुछ खटास आई है। अमेरिका ने हाल ही में भारत के कई उत्पादों पर 50% और रूस के तेल आयात पर 25% टैरिफ लगाए हैं। इस दौरे के जरिए भारत ने रक्षा और ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने, व्यापारिक साझेदारी मजबूत करने और संतुलित कूटनीतिक दृष्टिकोण बनाए रखने का प्रयास किया है।