UN महासचिव ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की, पाकिस्तान को लताड़ा
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 पर्यटकों समेत कुल 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं;
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कड़ी निंदा की। उन्होंने इस सिलसिले में सोमवार ( 5 मई ) को जारी बयान में भारत-पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने एक संक्षिप्त बयान जारी किया और कहा, “दोनों पक्ष कोई भूल न करें। सैन्य समाधान कोई समाधान नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि वह हमले के बाद उपजी कड़ी भावनाओं को समझते हैं और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
गुटेरेस ने स्पष्ट कहा, “नागरिकों को निशाना बनाना हर हाल में अस्वीकार्य है। दोषियों को कानूनी और विश्वसनीय तरीकों से न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।”
शांति प्रयासों को समर्थन देने की पेशकश
UN महासचिव ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए किसी भी शांति पहल का समर्थन करने की बात कही। उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र ऐसे किसी भी प्रयास का समर्थन करेगा जो कूटनीति और शांति को बढ़ावा दे।”
भारत की सतर्कता: मॉकड्रिल के निर्देश
इसी बीच भारत सरकार ने अपनी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत कर लिया है। सोमवार को रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सशस्त्र बलों की युद्ध तत्परता पर जानकारी दी। यह बैठक वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह की प्रधानमंत्री से एक दिन पहले हुई मुलाकात के बाद हुई।
इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को मॉकड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं ताकि आतंकी घटनाओं से निपटने की तैयारियों को परखा जा सके।
अरब सागर में भी भारत सतर्क
पाकिस्तान के नौसैनिक अभ्यास को ध्यान में रखते हुए भारतीय नौसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही, भारतीय वायुसेना के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान लंबी दूरी की गश्त कर रहे हैं।
भारत का सख्त रुख
भारत ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह हमले के लिए जिम्मेदार तत्वों को किसी भी सूरत में बख्शेगा नहीं। साथ ही, पाकिस्तान को आर्थिक रूप से झटका देने की तैयारी भी शुरू हो गई है, जिसमें एशियाई विकास बैंक (ADB) से पाकिस्तान की फंडिंग रोकने की सिफारिश शामिल है।