H-1B वीजा पर ट्रंप का आदेश, अमेजन ने अमेरिका से बाहर न जाने की दी सलाह, फौरन लौटने की दी नसीहत

अमेजन के मुताबिक, अगर किसी कर्मचारी के पास H-1B और H-4 वीजा है और वो फिलहाल अमेरिका से बाहर हैं तो कोशिश करें कि हर हाल में कल तक वे अमेरिका में वापस लौट आएं.

Update: 2025-09-20 10:25 GMT

अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने कंपनियों द्वारा प्रायोजित किए जाने वाले H-1B वीजा आवेदकों की फीस को 1 लाख डॉलर करने का फैसला किया है. इस फैसले से अमेरिका की आईटी कंपनियों की मुश्किलें बढ़ गई है. इन कंपनियों ने H-1B वीजा होल्डर कर्मचारियों को अमेरिका से बाहर नहीं जाने की सलाह दी है तो जो कर्मचारी अमेरिका से बाहर हैं उन्हें 21 सितंबर तक हर हाल में अमेरिका लौटने को कहा है.

अमेजन ने लिखा कर्मचारियों को ईमेल

ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने अपने कर्मचारियों को ईमेल लिखा है. द फेडरल के पास ये ईमेल मौजूद है. इस ईमेल में अमेजन ने अपने कर्मचारियों से कहा है, "हमने आज जारी H-1B वीज़ा पर राष्ट्रपति के आदेश को पढ़ा है. इस आदेश के मुताबिक 21 सितंबर 2025 से रात्रि 12 बजे से यह नया आदेश लागू हो जाएगा. इस डेडलाइन के बाद किसी भी व्यक्ति के लिए H-1B वीजा स्टेटस होने पर 100000 डॉलर के भुगतान किए बगैर अमेरिका में एंट्री करना मुश्किल हो जाएगा.

अमेरिका से बाहर ना जाने की दी सलाह

ऐसे में अमेजन ने कर्मचारियों के लिए गाइडलाइंस जारी किया है. अमेजन ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि- अगर किसी कर्मचारी के पास H-1B वीजा है और आप अमेरिका में है तो फिलहाल कि भी सूरत में देश छोड़कर बाहर न जाएं. अगर निकट भविष्य में आपका देश से बाहर का कोई ट्रैवल प्लान भी है तो उसे नजरअंदाज करें. कंपनी ने कहा कि हम इसे लेकर आने वाले दिनों में और भी डीटेल्स साझा करेंगे. अमेजन ने कहा, अगर किसी के पास H-4 डिपेंडेंट स्टेटस है तो उन्हें ये सलाह दी जाती है कि आप अमेरिका में ही रहें हालांकि राष्ट्रपति के आदेश में H-4 आश्रितों को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है.

हर हाल में लौट आएं अमेरिका

अमेजन के मुताबिक, अगर किसी कर्मचारी के पास H-1B और H-4 वीजा है और वो फिलहाल अमेरिका से बाहर हैं तो कोशिश करें कि हर हाल में कल तक वे अमेरिका में वापस लौट आएं. कंपनी ने कहा, हम जानते हैं कि इतने शार्ट नोटिस पर ये आसान नहीं है लेकिन ये सलाह दी रविवार 21 अक्टूबर 2025 को 12 बजे से पहले अमेरिकी कस्टम से क्लीयर होकर दाखिल हो जाएं. और अगर किसी के पास H-1B और H-4 वीजा है और वो डेडलाइन से पहले नहीं वापस लौट सकता तो उन्हें सलाह दी जाती है वे गाइडलाइंस के सामने आए बगैर अमेरिका में प्रवेश की कोशिश ना करें.

भारतीय IT प्रोफेशनल्स को झटका

H-1B वीज़ा अमेरिका जाने के लिए सबसे ज्यादा डिमांड वाले वर्क वीजा में से एक है. हर साल हजारों भारतीय IT प्रोफेशनल्स कंपनियों के स्पांसर किए जाने के बाद इस वीज़ा पर अमेरिका जाते हैं. अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने कहा, “बड़ी टेक कंपनियां अब विदेशी कामगारों को ट्रेनिंग नहीं देंगी.100,000 डॉलर सरकार को और फिर कर्मचारी पर खर्च करना आर्थिक रूप से ठीक नहीं होगा. कंपनियां अब हाल ही में अमेरिकी यूनिवर्सिटी से निकले ग्रेजुएट्स को ट्रेन करेंगी.”

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